लोकसभा चुनाव की तिथियां जैसे-जैसे करीब आ रही हैं, विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर जद्दोजहद तेज हो गई है। हालांकि दलों के आपसी टकराव और राज्यों में विरोध के चलते यह कवायद काफी मुश्किल भरा होती जा रही है। बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी में टकराव है तो पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच मतभेद हैं। यही स्थिति यूपी में भी है। यहां कांग्रेस और सपा के मतभेद कम नहीं हो रहे हैं।

बिहार में कम महत्व मिलने पर नाराजगी

दूसरी तरफ बिहार में जेडीयू और आरजेडी के बीच दूरी बढ़ने के संकेत मिल रहे है। वहां नीतीश और तेजस्वी के बीच बनते-बिगड़ते संबंधों के बीच कांग्रेस अपने लिए जितनी सीट चाहती है, उस पर सबके राजी होने के आसार कम ही हैं। वहां कांग्रेस खुद को कम महत्व मिलता देख रही है। कांग्रेस खुद एमपी, राजस्थान, गुजरात जैसे कई राज्यों में खुद को नेतृत्व की भूमिका में देखना चाहती है। बाकी राज्यों में भी वह खुद को कम नहीं आंकती है।

केरल में सीपीएम के खिलाफ बयानबाजी

दक्षिण की तरफ तेजी से पांव पसार रही बीजेपी से मुकाबला करने के लिए आईएनडीआईए गठबंधन कोई ठोस ताकत नहीं पैदा कर पा रही है। सबसे बड़ी दिक्कत कांग्रेस की राष्ट्रीय और प्रदेश इकाई के बीच असहमत है। एक तरफ कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व आईएनडीआईए गठबंधन में एकजुटता की बात कहती है तो वहीं प्रदेश नेतृत्व की भावनाएं इससे बिल्कुल अलग ही दिखाई पड़ती है। केरल में कांग्रेस की राज्य इकाई सत्तारूढ़ सीपीएम के खिलाफ लगातार बयान दे रही है, जबकि कांग्रेस और सीपीएम दोनों गठबंधन का हिस्सा हैं।

पंजाब और दिल्ली में मची है AAP से रार

पंजाब में कांग्रेस की राज्य इकाई सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी से किसी भी तरह के गठबंधन या सीटों के बंटवारे के पक्ष में नहीं है, तो वहीं पार्टी की आलाकमान दोनों दलों के मिलकर चुनाव लड़ने पर जोर दे रही है।

इस बीच समाजवादी पार्टी ने कहा है कि वह विपक्षी दलों के गठबंधन ‘आईएनडीआईए (I.N.D.I.A.) में सीटों के बंटवारे पर सभी फैसले सूर्य के उत्तरायण में आते ही हो जाएंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को यूपी के बलिया जिले के बिसुकिया गांव में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, “सपा अन्य दलों के साथ मिलकर बहुत जल्द फैसला ले लेगी। सूर्य को उत्तरायण में आने दो। सूर्य के उत्तरायण में आते ही सभी फैसले हो जाएंगे।’’ खुद सपा यूपी में बीएसपी को साथ लेने के खिलाफ है, जबकि राहुल गांधी लगातार बीएसपी को भी गठबंधन में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं।

कांग्रेस यूपी में 15 से 20 सीटों, महाराष्ट्र में 16-20 सीटों, बिहार में 4 से 8 सीटों, पश्चिम बंगाल की 6-10 सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाहती है। इसके अलावा झारखंड की 7 सीटों, पंजाब में 6 सीटों, दिल्ली में 3 सीटों, तमिलनाडु में 8 सीटों, केरल में 16 सीटों और जम्मू-कश्मीर की 2 सीटों पर भी वह चुनाव लड़ना चाहती हैं। हालांकि इन सभी राज्यों की क्षेत्रीय पार्टियां इस पर सहमत नहीं होंगी। ऐसे में टकराव बढ़ेगा।