बंगाल में आठ चरण में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। सभी दलों की तरफ से पूरी ताकत झोंक दी गयी है। इस बार के चुनाव में कई सीटों पर रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। पश्चिम मिदनापुर जिले के डेबरा विधानसभा सीट पर टीएमसी और बीजेपी दोनों ने ही पूर्व आईपीएस अधिकारी को मैदान में उतारा है। बीजेपी की टिकट पर जहां भारती घोष मैदान में है वहीं टीएमसी की तरफ से हुमायूं को मैदान में उतारा गया है।
डेबरा सीट पर इन दोनों पूर्व आईपीएस अधिकारियों के बीच सीधी टक्कर बतायी जा रही है। भारती घोष ने लोकसभा चुनाव में भी घटल लोकसभा सीट से भाग्य अजमाया था। वहीं हुमायूं पहली बार चुनावी दंगल में हैं। इंडियन एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए हुमायूं ने कहा था कि पिछले 10 साल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए गए विकास कार्य के नाम पर वोट मांगूंगा।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव का समय है इसलिए मुझे किसी न किसी के खिलाफ तो लड़ना ही होगा। इस सीट पर अन्य उम्मीदवार भी मैदान में हैं। इसलिए इस चुनाव को सिर्फ भारती घोष और मेरे बीच की लड़ाई ही नहीं समझी जाए। राजनीति में आने से पहले हुमायूं चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के कमिश्नर थे।
वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर मैदान में उतरी भारती ने 2017 में ट्रांसफर कर दिए जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में उन्हें सीआईडी जांच का भी सामना करना पड़ा था। भारती घोष ने ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया था। राज्य में फैले माओवादी हिंसा को लेकर भी उन्होंने ममता बनर्जी को जिम्मेदार बताया था।
भारती घोष पश्चिम मिदनापुर में अपने सेवा के दौरान कुछ समय के लिए कार्यरत रही थी वहीं हुमांयू कबीर का यह गृह जिला है। बताते चलें कि साल 2016 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर टीएमसी को जीत मिली थी। जबकि वामपंथी गठबंधन के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे।