नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने इस देश को भारत का महत्त्वपूर्ण साझीदार करार देते हुए विश्वास जताया कि उनकी इस यात्रा से द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों में एक नया अध्याय शुरू होगा। पिछले साल अमेरिका के साथ राजनयिक गतिरोध के बाद अब उससे रिश्तों में सुधार करने और व्यापार के लिए भारतीय बाजार को खोलने के पक्षधर मोदी ने कहा कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ वाशिंगटन में मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं।
अपनी पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रपति बराक ओबामा से इस बात पर चर्चा करेंगे कि कैसे दोनों देशों के संबंधों को उनके आपसी हित और वैश्विक हित में नए स्तर पर पहुंचाया जा सकता है। मुझे विश्वास है कि इस यात्रा से हमारी सामरिक साझेदारी में नए अध्याय की शुरुआत होगी।

राष्ट्रपति ओबामा ने 29 सितंबर को वाइट हाउस में मोदी के लिए निजी रात्रि भोज का आयोजन किया है ताकि शिखर वार्ता से पहले भारत के प्रधानमंत्री के साथ व्यक्तिगत संबंध स्थापित किया जा सके। दोनों नेता पहली बार मिल रहे हैं। मोदी एअर इंडिया के विशेष विमान से अमेरिकी यात्रा पर रवाना हुए। जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में रात्रि विश्राम के बाद वे शुक्रवार को न्यूयार्क पहुंचेंगे। बाद में 29 सितंबर को वह वाशिंगटन रवाना होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा, कौशल, अनुसंधान, प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष और सबसे ऊपर मानवीय मूल्यों पर साझा प्रतिबद्धता में साझीदारी की व्यापक संभावनाओं पर अमेरिका को मैं अपने देश के विकास में सबसे बड़े साझीदार के रूप में देखता हूं। साथ साथ कार्य करके हम दूसरों के साथ भी अधिक शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध विश्व का निर्माण के सामने खड़े कई अवरोधों को दूर कर सकते हैं।

मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा का सत्र ऐसे समय आयोजित हो रहा है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था, विश्व के कई हिस्सों में अशांति और तनाव, आतंकवाद, अफ्रीका में इबोला के कारण स्वास्थ्य संकट, जलवायु परिवर्तन और गरीबी की वैश्विक चुनौती जैसी कई समस्याओं का सामना कर रहा है। मैं इन चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत वैश्विक प्रतिबद्धता और अधिक ठोस बहुपक्षीय कार्रवाई करने का आह्वान करूंगा। मैं 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र को प्रासंगिक और प्रभावी बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र में शीघ्र सुधार करने की तत्काल जरूरत पर जोर दूंगा।
मोदी 29 सितंबर को नाश्ते पर अमेरिकी उद्योग जगत की 11 प्रमुख हस्तियों से मिलेंगे। इसके अलावा उसी दिन न्यूयार्क में उनकी छह और उद्योगपतियों से एक-एक करके अलग अलग बैठकें होंगी। प्रधानमंत्री 30 सितंबर को वाशिंगटन में अमेरिका-भारत व्यावसायिक परिषद (यूएसआइबीसी) की ओर से आयोजित व्यवसायियों की बैठक में भी शामिल होंगे। इस बैठक में 300 से 400 उद्योगपतियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं व्यावसायिक हस्तियों से मुलाकात कर उन्हें भारत की आर्थिक वृद्धि और उसमें बदलाव के क्षेत्र में और ज्यादा सक्रियता से भागीदारी के लिए आमंत्रित करूंगा। यह संदेश है जिससे मैं अमेरिकी व्यावसायिक समुदाय को वाशिंगटन डीसी में अवगत कराऊंगा। न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क में गरीबी पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मेरी भागीदारी दुनिया का ध्यान इस बड़ी चुनौती की और खींचने पर केंद्रित होगी, जो आज भी हमारे सामने खड़ी है। मैं अपनी तरफ से इस वैश्विक चुनौती से निपटने में पूरा सहयोग देने की प्रतिबद्धता व्यक्त करूंगा।

न्यूयार्क के मेडिसन स्क्वायर गार्डन में अपने संबोधन के कार्यक्रम के बारे में मोदी ने कहा कि वह भारत-अमेरिकी समुदाय के लोगों से मिलने की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह कार्यक्रम 28 सितंबर को होगा। उन्होंने अमेरिका में रह रहे भारतीयों के बारे में कहा कि उनकी विभिन्न क्षेत्रों में हासिल सफलता, उनका अमेरिका में योगदान, उनका भारत के साथ जुड़ाव और दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देशों के बीच सेतु के तौर पर उनकी भूमिका हमारे लिए गर्व का स्रोत है। वे हमारी विरासत, प्रगति और संभावनाओं की खिड़की के तौर पर काम करते हैं।

अमेरिका प्रवास में मोदी अमेरिका के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व से भी मुलाकात करेंगे। इनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और दक्षिण कैरोलिना की भारतीय अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली शामिल हैं। यह पहला मौका है जबकि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान इतने अधिक सार्वजनिक व निजी कार्यक्रम होंगे। न्यूयार्क शहर के मेयर बिल डे ब्लासियो भी प्रधानमंत्री मोदी से शिष्टाचार भेंट करेंगे। मोदी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित चिकित्सा विज्ञानी हैरॉल्ड इलियट वारमुस से भी मुलाकात करेंगे। वारमुस इस समय अमेरिका के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के निदेशक हैं।

प्रधानमंत्री शनिवार को न्यूयार्क में 9-11 स्मारक भी जाएंगे। इसके बाद वे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सालाना सत्र को संबोधित करने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय जाएंगे। वे संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से भी मुलाकात करेंगे।