किसान आंदोलन को लेकर रोज टीवी डिबेट्स में राकेश टिकैत बीजेपी नेताओं के साथ डिबेट्स में अपनी बात जोरदार तरीके से रखते नजर आते हैं। कई बार इन डिबेट्स में टिकैत नेताओं पर तीखी टिप्पणी भी कर देते हैं।
कुछ ऐसा ही नजारा आजतक के एक शो में दिखा। जब एंकर अंजना ओम कश्यप ने टिकैत से उनके गुस्से कारण पूछ लिया। बस फिर क्या था टिकैत का जवाब और बाद में संबित पात्रा के सवाल ही डिबेट में चलने लगे। एंकर के गुस्से वाले सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम गुस्से में देख रहे कि हमको नेता मुक्ति अभियान चलाना पड़ेगा। एकाध बार जिन लोगों ने ये पार्टी बनाई उनसे भी एकाध बयान दिलवा दो।
नेता के नाम के सावल पर टिकैत ने संबित पात्रा की तरफ सवाल उछाल दिया। बस फिर क्या था पात्रा और टिकैत दोनों शुरू हो गए। जवाब देते हुए पात्रा ने कहा कि मेरा मुंह बंद मत रखो, सुन तो लो मेरे को… टिकैत लगातार पात्रा से उनके नेता के बारे में पूछते और पात्रा सुन तो लो… करते-करते हुए सवाल को किसान कानूनों पर लेकर चले गए। दोनों के बीच बहस इस लेवल पर पहुंच गई कि अंजना ओम कश्यप को बीच में टोकना पड़ गया।
बता दें कि पिछले 8 महीनों से किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं, उधर संसद का मॉनसून सत्र में विपक्ष भी किसानों के मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं। सरकार फिलहाल इस मामले पर संशोधन की जहां बात कर रही है वहीं किसान कानून वापसी की मांग पर अड़े हुए है।
गौरतलब है कि सोमवार पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश की लगभग 200 महिला किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार को ‘‘किसान संसद’’ का आयोजन किया था। सोमवार की ‘किसान संसद’ में आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम पर ध्यान केंद्रित किया गया। किसानों ने एक ऐसा कानून बनाने की मांग की, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देता हो।

