दिल्ली में शुक्रवार को लगातार छठे दिन वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 329 दर्ज किया गया, जो इसे ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में आता है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने ‘समीर’ ऐप के हवाले से बताया है कि 39 निगरानी केंद्रों में से दो केंद्रों – भावना (426) और मुंडका (408) ने वायु गुणवत्ता को ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में दर्ज किया, जबकि 22 केंद्रों ने ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में दर्ज किया। बाकी ने एक्यूआई ‘‘खराब’’ श्रेणी में दर्ज किया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है बीती रात दिल्ली में इस मौसम में अब तक की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई और रात का तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 9.5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया।
शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न इलाकों का AQI इस प्रकार रहा: अलीपुर में 362, आनंद विहार में 393, जहांगीरपुरी में 384, मुंडका में 396, नरेला में 383, नेहरू नगर में 362, पंजाबी बाग में 370, शादीपुर में 398, रोहिणी में 381 और विवेक विहार में 395। दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर क्षेत्र में भी प्रदूषण का असर देखा गया, जहां फरीदाबाद में AQI 154, गुरुग्राम में 265, ग्रेटर नोएडा में 227, गाजियाबाद में 260 और नोएडा में 191 दर्ज किया गया। दिल्ली की वायु गुणवत्ता 301 से 400 के बीच है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आती है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्तर की हवा स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है, ऐसे में सलाह दी जाती है कि लोग जब तक आवश्यक न हो, बाहर न जाएं और मास्क का इस्तेमाल करें।
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत के मौसम से जुड़ी तमाम बड़ी अपडेट्स के लिए बने रहिये जनसत्ता डॉट कॉम के साथ...
उत्तर भारत में मौसम में लगातार बदलाव का दौर चल रहा है। अगले चार-पांच दिनों में कोहरा बढ़ने की संभावना है। इस बीच मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि दिन के समय धूप बरकरार रह सकती है।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी), चेन्नई ने अपने हालिया बुलेटिन में बताया है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना गहन दबाव क्षेत्र त्रिंकोमाली से लगभग 100 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में अब भी बरकरार है और अगले 12 घंटों में इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है। आरएमसी ने अपने हालिया बुलेटिन में कहा कि यह श्रीलंका तट से होते हुए लगभग उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा तथा अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।
बीती रात दिल्ली में इस मौसम में अब तक की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई और रात का तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 9.5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया। सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 97 प्रतिशत दर्ज किया गया तथा मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 27 और 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
दिल्ली में शुक्रवार को लगातार छठे दिन वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 329 दर्ज किया गया, जो इसे ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में आता है।
राजस्थान के फतेहपुर में बीती रात न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटे में राज्य में मौसम सामान्य तौर पर शुष्क रहा। इसके अनुसार बीती रात सबसे कम तापमान सीकर के फतेहपुर में 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा पिलानी में 7.5 डिग्री, चूरू में 8.6 डिग्री, भीलवाड़ा में 9.1 डिग्री, जयपुर में 9.3 डिग्री, संगरिया में 9.5 डिग्री, अलवर में 9.6 डिग्री और चित्तौड़गढ़ में 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण 4 के तहत सभी आपातकालीन उपाय सोमवार तक प्रभावी रहेंगे, स्कूलों से संबंधित संशोधनों को छोड़कर। इस बीच, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने कहा कि वह 2 दिसंबर को इस बात की जांच करेगा कि GRAP के चरण 4 के तहत आपातकालीन उपायों को जारी रखा जाए या नहीं और GRAP-3 या GRAP-2 पर जाने का फैसला करेगा।
दिल्ली में वायु प्रदूषण से स्थिति लगातार खराब हो रही है, शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। सुबह 7 बजे राजधानी का औसत एक्यूआई 332 दर्ज किया गया, जबकि कुछ इलाकों में एक्यूआई 400 के 'गंभीर' स्तर को भी पार कर गया।
उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कभी रात के समय ठंड अपने चरम पर होती है, तो कभी इसमें हल्की नरमी देखने को मिलती है। इस उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण न्यूनतम तापमान में अचानक होने वाली गिरावट और बढ़ोतरी को माना जा रहा है। फिलहाल प्रदेश में एक बार फिर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड का असर बढ़ गया है।
मौसम विभाग अहमदाबाद के मौसम वैज्ञानिक रामाश्रय यादव ने गुजरात में मौसम कैसा रहेगा इसकी भविष्यवाणी की है। जिसमें उन्होंने जानकारी दी है कि अगले सात दिनों तक तापमान शुष्क रहेगा। इसके साथ ही अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. प्रदेश में दो दिनों तक तापमान में बढ़ोतरी होगी. जिसके बाद तापमान फिर से नीचे जा सकता है।
प्रदेश में अगले 3 दिनों तक कई जिलों में सुबह और शाम के समय में घना कोहरा छाए रहने की उम्मीद बनी हुई है। ऐसे में दिसंबर महीने की शुरुआत कोहरे की सफेद चादर में लिपटी होगी। आने वाले 24 घंटों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की उम्मीद है।
तमिलनाडु के तटों पर समुद्र की स्थिति खराब देखी गई, जहां गहरे दबाव के कारण भारी वर्षा और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। आईएमडी ने मछुआरों को तट पर ही रहने की चेतावनी दी है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव 28 और 29 नवंबर के बीच चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।
पुणे में सुबह-सुबह ठंड का मौसम इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आखिरकार सर्दी का मौसम आ गया है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि शुक्रवार से तापमान में थोड़ी वृद्धि होगी, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दबाव क्षेत्र बन रहा है।
आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि चक्रवात चेन्नई और नागपट्टिनम के बीच है। आरएमसी चेन्नई ने 28 नवंबर को “बहुत भारी” बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
चक्रवात के प्रभाव की आशंका को देखते हुए नौसेना राज्य और नागरिक प्रशासन के साथ संवेदनशील क्षेत्रों में सभी जरूरी मदद देने के लिए कमर कर ली है। इसमें भोजन, पीने का पानी, दवाइयां और भी कई सारी चीजें शामिल हैं।
घाटी के अधिकतर हिस्सों में रात का तापमान शून्य से नीचे जाने के कारण श्रीनगर शहर और कश्मीर के अन्य इलाकों में इस मौसम की अब तक की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई।
राजस्थान में भी अब रातें ठंडी होने लगी हैं। बीती रात न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, बीती रात न्यूनतम तापमान सीकर के फतेहपुर में 6.6 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 8.2 डिग्री, सिरोही में 8.4 डिग्री, संगरिया में 8.7 डिग्री और अलवर में 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सरगुजा संभाग में शीतलहर का कहर जारी है। शीतलहर की वजह से बलरामपुर और मनेंद्रगढ़ में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। दोनों जिले में पहली से 12वीं तक की क्लास अब दो शिफ्ट में लगेगी।
कश्मीर और लद्दाख के लगभग सभी हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे चला गया। श्रीनगर में तापमान में भारी गिरावट आई और श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। यह इस मौसम की श्रीनगर की सबसे ठंडी रात थी।
राष्ट्रीय राजधानी में 28 नवंबर, 2024 को मौसम की सबसे ठंडी सुबह रही, जब तापमान गिरकर 10.1 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। यह 21 नवंबर को दर्ज किए गए 10.2 डिग्री सेल्सियस के पिछले न्यूनतम तापमान से भी अधिक है।
चक्रवात फेंगल अभी भी भारत के पूर्वी तट से दूर बंगाल की खाड़ी में है, लेकिन इसका असर इस क्षेत्र के राज्यों में महसूस किया जा रहा है। चेन्नई शहर और चेन्नई जिले में पिछले कुछ दिनों में काफी बारिश हुई है और गुरुवार (28 नवंबर) को और भी भारी बारिश का अनुमान है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों में 2 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर की ओर बढ़ गया है। अपडेट में कहा गया है कि गहरा दबाव श्रीलंका में त्रिंकोमाली से लगभग 110 किमी पूर्व-उत्तर पूर्व में अक्षांश 9.1 डिग्री उत्तरी अक्षांश और देशांतर 82.1 डिग्री पूर्वी अक्षांश के पास स्थित है। 30 नवंबर की सुबह के आसपास कराईकल और महाबलीपुरम के बीच तमिलनाडु-पुदुचेरी तटों की ओर उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, जिसमें हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटे से लेकर 70 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के नवीनतम मुंबई मौसम अपडेट के अनुसार , मुंबई में गुरुवार 28 नवंबर को आसमान साफ रहने की संभावना है और सुबह का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से लेकर दिन में 33 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान की चेतावनी के मद्देनजर तमिलनाडु के सीएम ने कई जिलों के जिलाधिकारियों के साथ एक हाईलेवल मीटिंग की थी और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
आईएमडी ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है क्योंकि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बने गहरे दबाव के 28 नवंबर की शाम से 29 नवंबर की सुबह तक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।