भारत के मौसम विभाग (IMD) ने अब पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले गिलगित-बाल्तिस्तान में भी मौसम की भविष्यवाणी शुरू कर दी है। इंडियन मीटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ अब गिलगित-बाल्तिस्तान और मुज्जफराबाद को भी जम्मू-कश्मीर सब-डिवीजन में शामिल करते हुए यहां की रोजाना मौसम भविष्यवाणी जारी करना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि गिलगित-बाल्तिस्तान के अलावा मुजफ्फराबाद भी पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में है, जिस पर किसी भी कूटनीतिक गतिविधि को रोकने के लिए भारत पाकिस्तान को कई बार चेतावनी दे चुका है।
आईएमडी की ओर से नया बदलाव मंगलवार के डेली फोरकास्ट ( मौसम के रोजाना पूर्वानुमान) से ही शुरू हुआ है। जम्मू-कश्मीर की पूरी डिवीजन के मौसम का पूर्वानुमान अब मौसम विभाग अपनी वेबसाइट पर उत्तर-पश्चिम भारत के फोरकास्ट में देता है। आईएमडी के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन बदलावों की पुष्टि भी की है।
IMD के इस कदम से अब न सिर्फ लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग एक केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर दर्शाया जा रहा है, बल्कि गिलगित-बाल्तिस्तान के लिए भी भारत सरकार के नजरिए को बताया गया है। दरअसल, 30 अप्रैल को सुनाए गए एक फैसले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने वहां की सरकार को गिलगित-बाल्तिस्तान में चुनाव कराने की मंजूरी दी थी। इसके ठीक बाद भारत ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि पाकिस्तान का उन क्षेत्रों पर अधिकार नहीं है, जो उसने बलपूर्वक और अवैध तरीके से अपने कब्जे में रखे हैं। इस सिलसिले में भारत ने पाकिस्तानी राजदूत को डीमार्श भी जारी किया था।
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि वह पाकिस्तान की इस तरह की कार्रवाई को पूरी तरह नकारता है और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर के कब्जे वाले इलाकों में बदलाव की कोशिश जारी रखेगा। हालांकि, पाकिस्तान ने भी उसी दिन भारत के आरोपों को नकारने के लिए बयान जारी किया।