Shashi Tharoor On Kartavya Path: राजपथ का नाम कर्तव्यपथ करने पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर सवाल खड़े कर रही है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्र की मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इस तरह से राजस्थान का नाम भी कर्तव्यस्थान होना चाहिए।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ यदि राजपथ का नाम बदलकर कार्तव्यपथ हो सकता है तो क्या राजभवन कर्तव्य भवन नहीं होने चाहिए। वहां क्यों रुके? उन्होंने आगे कहा कि क्यों न राजस्थान का नाम बदलकर कर्तव्यस्थान रखा जाना चाहिए।
बता दें, पीएम मोदी ने गुरुवार (8 सितंबर) को सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करने के साथ दिल्ली में कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया था। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा था कि गुलामी के समय यहां ब्रिटिश राजसत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा लगी हुई थी। आज देश ने उसी स्थान पर नेताजी की मूर्ति की स्थापना करके आधुनिक, सशक्त भारत की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी है। पीएम ने कहा था, “अगर आजादी के बाद हमारा भारत सुभाष बाबू की राह पर चला होता तो आज देश कितनी ऊंचाइयों पर होता! लेकिन दुर्भाग्य से आजादी के बाद हमारे इस महानायक को भुला दिया गया। उनके विचारों को, उनसे जुड़े प्रतीकों तक को नजरअंदाज कर दिया गया।
वहीं पीएम के इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने विपक्षी नेताओं को इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया। साथ ही यह भी आरोप लगाया था कि इस तरह के आयोजन केवल शासन के महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं।
राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा था, ‘यह एक पुरानी सड़क है। उन्होंने इसका विस्तार और सौंदर्यीकरण किया। यह भूमि का नया अधिग्रहण या विस्तारित सड़क नहीं है। एक फुटपाथ को फिर से बनाना और कुछ सौंदर्यीकरण करना इसे एक नया नाम देना और खुद प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन करना इस तरह की छोटी-छोटी चीजों के लिए मुझे समझ में नहीं आता कि इसकी क्या आवश्यकता थी।”
वहीं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के विधायक ने राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किये जाने का स्वागत किया था। शिमला ग्रामीण के कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने गुरुवार को फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना एक स्वागत योग्य कदम है।’
