Tipra Motha Chief: टिपरा मोथा चीफ प्रद्योत देबबर्मा ने राजनीति से संन्यास का ऐलान किया है। प्रद्योत देबबर्मा ने मंगलवार को कहा कि मैं अब राजनीति नहीं करना चाहता। अपने लोगों को कुछ देना चाहता हूं। मैंने इसको लेकर फैसला भी कर लिया है कि अपने लोगों को कुछ देकर ही राजनीति और पब्लिक लाइफ से हटना चाहता हूं। बता दें, अप्रैल माह में टिपरा मोथा को रिजनल पार्टी का टैग मिला था।
प्रद्योत देबबर्मा ने आगे कहा कि सांसद, मंत्री और प्रधानमंत्री बनने से कुछ नहीं मिलेगा। यहां तक कि नई पार्टी बनाने से भी कुछ नहीं मिलेगा। यह सब मुझे तब मिलेगा जब हम लोग दिल्ली में अपने लोगों के बारे में बात करेंगे। देबबर्मा ने कहा कि मैंने बहुत लोगों से बात की, लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि मेरे समाज में बड़ी दिक्कत ईर्ष्या और ईगो की है। एक-दूसरे की सफलता से हम लोग जलते हैं। एक-दूसरे को हम ऊंचा उठता हुआ नहीं देख पाते। टिपरा मोथा चीफ ने दो दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उसके बाद राजनीति को लेकर उनका यह बयान कई सवाल खड़े करता है।
2 जुलाई को टिपरा मोथा के डेलीगेशन ने अमित शाह से की थी मुलाकात
त्रिपुरा में प्रमुख विपक्षी दल टिपरा मोथा के एक डेलीगेशन ने शनिवार (2 जुलाई, 2023) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस डेलीगेशन ने गृह मंत्री से ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की अपनी मांग के लिए संवैधानिक समाधान लाने की अपील की थी। टिपरा मोथा चीफ प्रद्योत देबबर्मा ने कहा था कि अमित शाह ने डेलीगेशन को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार जल्द ही मांगों पर चर्चा की प्रक्रिया शुरू करेगी।
टिपरा मोथा चीफ ने कहा था- हमें तत्काल समाधान की जरूरत है
टिपरा मोथा चीफ ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हमारा एजेंडा बहुत स्पष्ट है- ग्रेटर टिपरालैंड की हमारी मांग का एक संवैधानिक समाधान। हमने गृह मंत्री से मुलाकात की और यह स्पष्ट किया कि हम स्वदेशी लोगों की वास्तविक समस्याों को हल करने में रुचि रखते हैं। लोग बैचेन हो रहे हैं और हमें तत्काल समाधान की जरूरत है।
प्रद्योत देबबर्मा ने कहा कि हमारे डेलीगेशन ने अमित शाह से कहा कि हम चाहते हैं कि त्रिपुरा के मूल लोगों को सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार हो, एक ऐसा जीवन जहां उन्हें अपनी जमीन पर अधिकार हों और अगली पीढ़ी के लिए अधिकार हों। उन्होंने कहा कि हम बहुत स्पष्ट हैं कि हमें किसी और चीज में दिलचस्पी नहीं है। देबबर्मा ने आगे कहा था कि अमित शाह ने डेलीगेशन को बताया कि राज्य में जारी अशांति के कारण केंद्र का पूरा ध्यान मणिपुर हिंसा पर है। हालांकि टिपरा मोथा के साथ जल्द ही बातचीत शुरू की जाएगी।
बता दें, देबबर्मा ने 29 जून को अगरतला में त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा से भी मुलाकात की थी। इस दौरान देबबर्मा उनसे राजनीतिक-प्रशासनिक मामलों से जुड़े कई मुद्दों पर बात की थी।
2019 में हुआ टिपरा मोथा का गठन
टिपरा मोथा का गठन साल 2019 में हुआ था। इसको देबबर्मा ने बनाया। यह क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का एक संगठन है। साल 2021 में हुए TTAADC चुनावों में मोथा ने 30 में से 18 सीटों पर फतह हासिल की थी। इसके अलावा 2023 की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में टिपरा मोथा ने 60 में से 13 सीटों विजय हासिल की थी।