Congress Trump Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। ट्रंप ने भारत के चीन और रूस के साथ व्यापार करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा अधिकांश सैन्य उपकरण रूस से खरीदे हैं और वह चीन से भी व्यापार करता है। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।
इस बीच ट्रंप के बयान का भारत ने भी जवाब दिया है। दिल्ली ने साफ कहा है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत चल रही है। भारत सरकार ने एक प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया कि हम लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत कर रहे हैं। सरकार ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हम सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
वहीं, ट्रंप के बयान के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मोदी सरकार की विदेश नीति को लेकर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि तारीफ ही तारीफ में टैरिफ लग गया और हाउडी मोदी और नमस्ते ट्रंप का कोई फायदा नहीं हुआ। ट्रंप ने 30 बार दावा किया कि उन्होंने युद्धविराम करवाया और इसलिए करवाया था ताकि भारत-अमेरिका के बीच में अच्छा व्यापार समझौता हो। लेकिन वो नहीं हुआ आज ही घोषणा की कि 25% टैरिफ लगेगी और पेनल्टी भी लगेगी…तो हमें इस दोस्ती से क्या मिला? पीएम मोदी चुप हैं…हमारे देश के लिए ये बहुत बड़ा धक्का है…”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हम कल तक उम्मीद लगाकर बैठे हुए थे कि पीएम मोदी कहेंगे कि ट्रंप युद्धविराम पर झूठ बोल रहे हैं..हमें लगा ट्रेड डील से डरे हुए हैं इसलिए वे नहीं बोल रहे हैं तो अब तो ट्रेड डील भी आ गई…ये कौन सी विदेश नीति है आप मनमोहन सिंह जी के समय को देखें, हम न्यूक्लियर वेवर लाए, कोई ट्रैरिफ, कोई विवाद हमने नहीं होने दिया….आपकी विदेश नीति, सुरक्षा नीति, व्यापार नीति हर चीज पर बहुत बड़ा सवाल है आप पर अब भरोसा खत्म हो चुका है क्योंकि आप हर जगह फेल होते दिख रहे हैं..’
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर लगाया 25 फीसदी टैरिफ, रूस के साथ व्यापार पर जताई नाराजगी
केंद्र सरकार ने क्या कहा?
केंद्र ने कहा कि सरकार ने द्विपक्षीय व्यापार पर अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर ध्यान दिया है। सरकार इसके परिणामों का अध्ययन कर रही है। भारत और अमेरिका पिछले कुछ महीनों से एक निष्पक्ष, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत कर रहे हैं। हम इस उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्ध हैं। सरकार हमारे किसानों, उद्यमियों और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSME) के कल्याण की रक्षा को सर्वोच्च महत्व देती है। सरकार हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी, जैसा कि ब्रिटेन के साथ हुए व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते सहित अन्य व्यापार समझौतों के मामले में किया गया है।
ट्रंप ने लगाया है 25 फीसदी टैरिफ
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर कहा कि याद रखें, भारत हमारा मित्र है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हमने उसके साथ अपेक्षाकृत कम व्यापार किया है, क्योंकि उसके टैरिफ बहुत ज़्यादा हैं, दुनिया में सबसे ज़्यादा हैं और उसके पास किसी भी देश की तुलना में सबसे कठोर और गैर-मौद्रिक व्यापार प्रतिबंध हैं। इसके अलावा उन्होंने हमेशा अपने अधिकांश सैन्य उपकरण रूस से खरीदे हैं। चीन के साथ वे रूस के सबसे बड़े ऊर्जा खरीदार हैं। यह ऐसे समय में जब हर कोई चाहता है कि रूस यूक्रेन में हत्याएं रोके। सब कुछ ठीक नहीं है। इसलिए भारत को 1 अगस्त से 25% टैरिफ और उसके बाद जुर्माना देना होगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद। वहीं, मोदी सरकार ने अमेरिका को जवाब दिया है। पढ़ें…पूरी खबर।