अभिनव राजपूत

कठुआ और उन्नाव गैंगरेप के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार आधीरात को दिल्ली के इंडिया गेट पर कैंडल मार्च किया था। राहुल गांधी द्वारा इस कैंडल मार्च के आयोजन की घोषणा एक ट्वीट के जरिए की गई थी, जो कि इस मार्च से कुछ घंटों पहले ही किया गया था लेकिन राहुल के इस मार्च में काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। रात करीब 9 बजे ट्वीट किया गया और आधीरात को इतनी भीड़ जुटने को लेकर कांग्रेस ने खुलासा किया है।

दिल्ली कांग्रेस के राज्य संयोजक विजय जटयन ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “मुझे शाम को साढे आठ बजे कांग्रेस कंवेनर से संदेश मिला था कि हमें डीपीसीसी कार्यलय में एकजुट होना है और फिर यहां से हम इंडिया गेट के लिए निकलेंगे और राहुल गांधी जी के साथ रैली में शामिल होंगे।” इसके बाद राहुल ने ट्वीट किया था जिसके बाद कैंडल मार्च में करीब एक हजार लोग शामिल हुए। विजय जटयन ने कहा, “मैं यह संदेश देखकर चौंक गया था क्योंकि इससे पहले कभी भी हमने इस तरह का संदेश प्राप्त नहीं किया था और ऐसा कुछ होता था तो इसके लिए हमें छह घंटे पहले बता दिया जाता था।”

वहीं एक कार्यकर्ता ने बिना अपना नाम बताए कहा, “जब कार्यकर्ताओं को इस रैली को लेकर संदेश मिला तो सभी कार्यकर्ता अपने घरों में थे और वे इस मार्च में अपने साथ अपने परिवार को भी ले आए।” इस कैंडल मार्च में केवल नेता और पार्टी कार्यकर्ता ही शामिल नहीं थे बल्कि सोशल मीडिया के जरिए संदेश भेजकर भी लोगों को इकट्ठा किया गया था। इस पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा, “लोगों को इकट्ठा करने में व्हाट्सऐप ने बहुत अहम भूमिाका निभाई है। अलग-अलग स्तर पर हमारे कई समूह हैं, जिनपर मार्च को लेकर संदेश भेजा गया था। आने वाले समय में हम ऐसे और प्रदर्शन करेंगे।”