संसद में मंगलवार को दिल्ली एमसीडी के मर्ज वाले बिल पर अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस की ओर से इस बिल पर कड़ा विरोध किया गया था। लोकतंत्र की दुहाई दी गई थी। कांग्रेस के इन्हीं सवालों के जवाब में अमित शाह ने कहा कि जिस पार्टी ने इमरजेंसी लगाई, किशोर कुमार के गाने को कटवा दिया, वो लोकतंत्र की बात कर रही है।

दरअसल इस बिल पर राज्यसभा में चर्चा हुई, विपक्ष की ओर कुछ सुझाव भी आए तो वहीं कुछ बड़े आरोप भी सरकार पर लगाए गए। इस बिल पर जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों ले लिया। शाह ने कहा- “इमरजेंसी लाने वाली पार्टी, देशभर के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लेने वाली पार्टी, विपक्ष के दो लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं को कोई दोष के वगैर जेल में डाल देने वाली पार्टी…सारे देश के अखबारों की स्वतंत्रता का गला घोंटने वाली पार्टी, पिक्चर के गाने…किशोर कुमार की आवाज कटवा देने वाली पार्टी आज लोकतंत्र की दुहाई दे रही है”।

अमित शाह ने उस बयान पर भी तंज कसा जिसमें कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि इतिहास भूलने वाले लोग इतिहास में दर्ज हो जाते हैं। शाह ने कहा कि ये तो इसी सदन में देख रहा हूं, जिन्होंने इतिहास भूला दिया, वो इतिहास बन गए। उन्होंने कहा कि भाजपा के दो सदस्य थे, कांग्रेस वाले नारा लगाते थे हम दो-हमारे दो। आज स्थिति देख लीजिए।

बता दें कि केंद्र सरकार ने तीन भागों में बंटे हुए दिल्ली नगर निगम को एक करने का फैसला किया है। इससे संबंधित बिल लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पास हो गया है। पहले भी एमसीडी एक ही थी, लेकिन बेहतर शासन की बात कहकर इसे 2012 में तीन भागों में बांट दिया गया था। जिसे अब मोदी सरकार फिर से एक करने जा रही है।

केंद्र के इस कदम की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जमकर आलोचना कर रही है। क्योंकि चुनाव से पहले बीजेपी की सरकार ने ये फैसला लिया है। आप का कहना है कि बीजेपी हार के आशंका से डर गई है, इसलिए वो चुनाव रोकर एमसीडी को मर्ज कर रही है।