हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार अपने दो साल पूरा होने का जश्न भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के गृह जिले बिलासपुर में मनाएगी। सरकार ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंत्री विधायकों की ड्यूटी लगा दी है ताकि जश्न को यादगार बनाया जा सके। यह भी माना जा रहा है कि दस गारंटियों व व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर सत्ता में आई सुक्खू सरकार इस मौके पर एक और गारंटी पर अमल करने का एलान कर दे या फिर उसकी शुरूआत ही कर दे।
दो साल में सरकार ने पूरी कर दी अधिकतर गारंटियां
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का दावा है कि दो साल में उन्होंने अधिकतर गारंटियां पूरी कर दी हैं। पुरानी पेंशन योजना, महिलाओं को 1500 रुपए देने, युवाओं को नवउद्यम, प्रारंभिक विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई, दूध के रेट बढ़ाने जैसी गारंटियां पूरी करने की बात मुख्यमंत्री व उनकी सरकार कर रही है। अब इनमें गोबर खरीद आदि की गारंटी को पूरा करने की योजना बनाए जाने की खबरें आ रही हैं ताकि दो साल के जश्न को एक और गारंटी के साथ जोड़ कर मनाया जा सके।
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यूं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि सरकार तो पांच साल के लिए चुनी गई है और सभी गारंटियां पांच साल में ही पूरी करनी है। पांच लाख नौकरियां, 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त तथा सभी पात्र महिलाओं को 1500 रुपए देने, हर विधानसभा क्षेत्र में माडल स्कूलों की स्थापना आदि ऐसी गारंटियां हैं जो अभी पूरी होनी बाकी हैं। अब जगत प्रकाश नड्डा के घर में किए जा रहे इस जश्न के पीछे सुक्खू की क्या राजनीति है इसका तो खुलासा वे ही कर सकते हैं मगर इस जश्न को ऐतिहासिक बनाने के लिए सरकार ने सारी ताकत लगा दी है।
बिलासपुर में बिखरा कांग्रेसी कुनबा होगा एकजुट
बिलासपुर में बिखरा कांग्रेसी कुनबा भी इसके लिए एकजुट हो गया है। बिलासपुर में तारीख तय होते ही पार्टी के अंदर एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाने वाले नेता ठाकुर राम लाल पूर्व मंत्री, बंबर ठाकुर पूर्व विधायक, विवेक कुमार जो झंडूता से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे हैं तथा जिले से एकमात्र मंत्री राजेश धर्माणी एक साथ ओक ओवर में जाकर मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं तथा जश्न को जोरदार तरीके से मनाने में एकजुट होकर काम करने का संकल्प ले चुके हैं। इसके अलावा दूसरे मंत्रियों व विधायकों को भी इस जश्न को यादगार बनाने के लिए झोंका गया है।
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यह बात अलग है कि काबीना मंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने शिमला में पत्रकारों से कहा कि जश्न की तारीख व तैयारियों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उनसे न किसी ने इस बारे में बात की है न पूछा या बताया ही है। अब देखना होगा कि 11 दिसंबर को बिलासपुर के लूहणू मैदान में सुक्खू अपने पिटारे से क्या क्या बाहर निकालते हैं।