हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में बादल फटने से एक गांव में पानी घुस गया और इस दौरान एक मकान ढह गया। मकान के मलबे में एक ही परिवार के पांच लोगों के दबे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने की यह घटना जिले के पोंटा साहिब क्षेत्र में हुई।

अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि मलागी दादियात गांव के कई घरों में पानी घुस गया है और इनमें से ही एक घर अचानक ढह गया। मलबे में एक की परिवार के पांच लोगों के दबे होने की आशंका है। राज्य आपातकालीन केंद्र की ओर से बताया गया कि मलागी दादियात में मकानों, दुकानों को भारी नुकसान हुआ है।

हिमाचल प्रदेश में बारिश का येलो अलर्ट

स्थानीय मौसम कार्यालय ने बृहस्पतिवार और रविवार के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही 15 अगस्त तक क्षेत्र में बारिश की संभावना जताई है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने भूस्खलन होने, बाढ़ आने, नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ने को लेकर भी आगाह किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून की सक्रियता से राज्य में बारिश का दौर जारी है। आगामी 14 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान मैदानी और पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।

बादल फटने से लोक निर्माण विभाग में काम करने वाले कुलदीप सिंह का घर ढह गया। अधिकारियों ने बताया कि मलबे में कुलदीप सिंह, उनकी पत्नी जीतो देवी समेत पांच लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव अभियान जारी है। बादल फटने के बाद पोंटा को शल्लाई से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे -707 का एक हिस्सा अवरुद्ध हो गया, जिसके कारण प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को प्रभावित गांव तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। बताया जा रहा है कि बादल मालगी के जंगल में बादल फटा। इसके बाद सिरमौरीताल गांव में बाढ़ से तबाही हुई है। ग्रामीणों की उपजाऊ जमीन भी बह गई है।

NDRF से मांगी मदद

अधिकारियों ने बताया कि राजबन और सतौन के बीच भी सड़क अवरुद्ध हो गई है और गिरि नदी का जलस्तर बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) से भी मदद मांगी है। मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक राज्य में बारिश संबंधी दुर्घटनाओं में 231 लोगों की जान जा चुकी है। आपातकालीन केंद्र के अनुसार, राज्य को करीब 6,731 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और अब भी करीब 190 सड़कें बंद हैं।