हिमाचल प्रदेश में बारिश ने खूब तबाही मचाई है। भारी बारिश और लैंडस्लाइड की घटनाओं से मरने वालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 74 हो गई। रेस्क्यू टीम शिमला के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में लगातार खोज और बचाव अभियान चला रही है। NDRF इंस्पेक्टर नफीस खान ने कहा कि बचाव और खोज अभियान 4 दिनों से चल रहा है। सेना, एसडीआरएफ और पुलिस यहां चल रहे बचाव अभियान में लगे हुए हैं। अब तक लापता 21 लोगों में से 13 के शव बरामद कर लिए गए हैं।

हिमाचल प्रदेश में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने गुरुवार को बताया कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के बैच-1 के तहत साल 2023-24 के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 254 सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए 2643.01 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शिमला में समर हिल में स्थित शिव मंदिर, फागली और कृष्णनगर में हुए लैंडस्लाइड की वजह से 21 लोगों की मौत हुई है। मंदिर के मलबे में अब भी आठ लोगों के दबे होने की आशंका है।

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का दौरा

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बृहस्पतिवार को मंडी जिले के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के मटेहड़ी, बालद्वारा, मसेरन और जुकैन के बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां लोगों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों को सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। हिमाचल आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, चंबा जिले में बारिश से संबंधित दो मौतों की सूचना मिली है जिसके बाद पिछले चार दिनों में प्रदेश में जान गंवाने वालों की संख्या 74 हो गई है।

हिमाचल में रविवार से अब तक बीते तीन दिनों के दौरान भारी बारिश दर्ज की गई। बृहस्पतिवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शिमला में अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि अब तक समर हिल से 14 शव, फागली से पांच शव और कृष्णा नगर से दो शव बरामद किए गए हैं।

हिमाचल में 875 सड़कें ब्लॉक

सेना, वायु सेना और अन्य बचाव कर्मियों ने बाढ़ प्रभावित कांगड़ा जिले के फतेहपुर और इंदौरा के पोंग बांध से 309 लोगों को निकाला है। पिछले तीन दिनों में इन इलाकों से 2074 लोगों को निकाला गया है। प्रमुख सचिव (राजस्व) ओंकार चंद शर्मा ने बुधवार को कहा कि मानसून के दौरान हुआ नुकसान 7,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। अधिकारियों ने कहा कि राज्य में 875 सड़कें ब्लॉक हैं और 1,135 ट्रांसफार्मर और 285 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं।

सीएम सुक्खू ने कहा था कि मॉनसून में भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचों के पुननिर्माण में एक साल का समय लगेगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि पिछले महीने जुलाई और इस हफ्ते हुई भारी बारिश की वजह से राज्य में अनुमानित 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। सीएम ने कहा कि सड़कों और जल परियोजनाओं के पुनर्निर्माण में समय लगता है, लेकिन सरकार इस प्रक्रिया में तेजी ला रही है। उन्होंने कहा कि हमें एक साल के अंदर बुनियादी ढांचे को पूरी तरह से बहाल करना होगा। मैं इसी को ध्यान में रखकर काम कर रहा हूं।