हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक उठापटक अभी जारी है। कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर संकट अभी टला भी नहीं है। इस बीच, कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार पर भी संकट के संकेत मिल रहे हैं। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने खुद आरोप लगाया कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को 50 करोड़ रुपये की पेशकश कर खरीदने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बीजेपी उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस विधायकों को 50 करोड़ के ऑफर

हिमाचल प्रदेश की संकट के बीच शुक्रवार से दो दिनों के लिए मैसूर जिले के दौरे पर रहे सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी उनके विधायकों को 50 करोड़ रुपए की पेशकश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायक प्रलोभन में नहीं आये हैं। कांग्रेस का कोई भी विधायक बीजेपी में नहीं जाएगा। सीएम ने कहा कि सरकार गिराना बीजेपी की आदत बन गयी है। बीजेपी ने कभी भी सीधे चुनाव नहीं कराया। देश के अन्य राज्यों में भी सरकार गिराकर ऐसा ही करने की कोशिश कर रही है।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के संकट के बीच कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अहम भूमिका निभाई थी। पार्टी के पर्यवेक्षक के रूप में वह नाराज विधायकों को कुछ हद तक मनाने में कामयाब भी रहे हैं। हालांकि, बीजेपी का दावा है कि अभी भी हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट टला नहीं है।

बीजेपी और RSS संविधान को मिटाने की साजिश रच रहे

वहीं, इससे पहले संविधान और राष्ट्रीय एकता सम्मेलन-2024 के समापन समारोह में कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये दोनों भारत के संविधान को मिटाने की साजिश रच रही है लेकिन हमें भाजपा को सत्ता से हटाकर संविधान की रक्षा करनी है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि दोनों संविधान विरोधी है। साथ ही भाजपा पर सामाजिक न्याय और गरीबों, दलितों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों, मजदूरों और महिलाओं के खिलाफ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं लोगों से संविधान, सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ भाजपा को हराने की अपील करता हूं।