Haryana Assembly Election 2024, Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने में अब 10 दिन से भी कम समय बचा है। टोहाना, हरियाणा के फतेहाबाद जिले का एक प्रमुख शहर और नगरपालिका परिषद है। यह फतेहाबाद से मात्र 56 किलोमीटर दूर स्थित है। नहरों के शहर के रूप में चर्चित टोहाना का नाम संस्कृत के तौशयना शब्द से लिया गया है। टोहाना विधानसभा क्षेत्र हरियाणा के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है और यह पंजाब की सीमा के निकट है। टोहाना एक सामान्य सीट है। हरियाणा के फतेहाबाद जिले में टोहाना विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आता है। यह सिरसा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। 2014 को छोड़ दिया जाए तो बीजेपी यहां कभी चुनाव नहीं जीती।
यहां पर 2019 में मतदाताओं की कुल संख्या 1,77,779 थी
यहां की जनसंख्या 2011 में 63,871 थी, जिसमें अधिकतर लोग हिंदू हैं, जबकि कुछ सिख और जैन भी हैं। क्षेत्र में पुरुषों की साक्षरता 72% और महिलाओं की 62.54% है। 2019 में, मतदाताओं की कुल संख्या 1,77,779 थी। यहां पर वही उम्मीदवार जीतता है जो जनता का भरोसा जीतने में सफल रहता है।
टोहाना कृषि के लिए जाना जाता है, और यहां की सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंदर सिंह बबली का 2019 में सुभाष बराला को 52,302 वोटों से हराना इस क्षेत्र की बड़ी राजनीतिक उपलब्धि है। बबली ने जेजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा था और इस बार भाजपा की ओर से मैदान में हैं।
टोहाना विधानसभा क्षेत्र में जमीनी मुद्दों के बजाय राजनेताओं के बीच उठापटक ने माहौल को प्रभावित किया है। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला और देवेंदर सिंह बबली की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अब एक ही पार्टी में बदल गई है। देवेंद्र बबली की भाजपा में शामिल होने की कोशिशें करीब छह महीने से चल रही थीं, लेकिन बराला के विरोध के कारण यह संभव नहीं हो पा रही थी।
2019 के विधानसभा चुनाव की स्थिति
क्रम संख्या | उम्मीदवार का नाम | पार्टी | वोटों की संख्या |
1 | देवेंदर सिंह बबली | जननायक जनता पार्टी (JJP) | 1,00,752 |
2 | सुभाष बराला | बीजेपी | 48,450 |
3 | परमवीर सिंह | कांग्रेस | 16,717 |
टोहाना से अधिकतम जीतने का रिकॉर्ड सरदार हरपाल सिंह के पास है, जो वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी परमवीर सिंह के पिता हैं। देवेंद्र बबली की राजनीतिक यात्रा 2014 में शुरू हुई थी, और वे कई पार्टियों में रह चुके हैं। इस बार, टोहाना में भाजपा के देवेंद्र बबली और कांग्रेस के परमवीर सिंह के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि राजनीतिक समीकरण भी बदल चुके हैं।
2014 के विधानसभा चुनाव की स्थिति
क्रम संख्या | उम्मीदवारों के नाम | पार्टी | वोटों की संख्या |
1 | सुभाष बराला | बीजेपी | 49,462 |
2 | निशान सिंह | इंडियन नेशनल लोक दल | 42,556 |
3 | देवेंदर सिंह बबली | निर्दलीय | 38,282 |
हालांकि, अब चुनाव के निकट, केंद्रीय नेतृत्व ने बबली को भाजपा में शामिल कर लिया है। कांग्रेस में भी लंबी सूची है, जिसमें पूर्व कृषि मंत्री परमवीर सिंह, बलजीत सिंह दंदीवाल, और रणदीप सुरजेवाला जैसे नेता शामिल हैं।
बबली ने विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जैसे कि गांव रसूलपुर में मेडिकल कॉलेज की घोषणा और 1100 करोड़ रुपये की मंजूरी। इसके अतिरिक्त, नए बस स्टैंड और 100 बेड के अस्पताल का निर्माण, जल आपूर्ति और सीवरेज की नई पाइपलाइन जैसे कई विकास कार्यों का भी संचालन किया गया है। बबली का दावा है कि उन्होंने टोहाना में 3000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य कराए हैं, लेकिन इन सबके बीच स्थानीय लोगों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी है।