हरियाणा विधानसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिरने से खफा नौगामा खाप के किसानों ने गांव रामराये और गुलकनी सीमा पर जींद-हांसी राजकीय राजमार्ग जाम कर दिया। किसानों ने भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया।

नौगामा खाप के किसान नेता प्रकाश लोहान ने बृहस्पतिवार को सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि ‘‘वे नौगामा खाप के 22 गांवों में घुसने की कोशिश न करें। नौगामा खाप के सभी गांवों में उन विधायकों का पूरजोर विरोध किया जाएगा।’’ जाम लगने की सूचना पाकर सदर थाना पुलिस तथा तथा तहसीलदार मौके पर पहुंचे। नौगामा खाप के किसानों ने सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों से संबंधित चेतावनी वाला ज्ञापन प्रशासन को सौंपा। करीब दो घंटे तक राजमार्ग बंद रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई। खाप नेता ने आरोप लगाया, ‘‘यहां से चुनकर भेजे गए विधायक किसानों की आवाज उठाने की बजाए सत्ता का सुख भोगने के लिए सरकार की गोद में बैठे हुए हैं। ना तो विधायक किसानों की आवाज उठा रहे हैं और ना ही केन्द्र सरकार अपने नए कृषि कानूनों को रद्द कर रही है।’’

लोहान ने कहा, ‘‘अगर विधायक और सांसद सरकार पर दबाव बनाएं तो नए कृषि कानून रद्द हो सकते हैं, लेकिन विधायक तथा सांसद किसानों को बदनाम करने तथा आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ खाप ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से सभी विधायकों की असलीयत सामने आ चुकी है।

जाम लगने की सूचना पाकर सदर थाना के कार्यवाहक प्रभारी संजय तथा तहसीलदार अजय सैनी किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया।

बता दें कि हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार ने राज्य विधानसभा में कांग्रेस द्वारा पारित अविश्वास प्रस्ताव को हरा दिया। सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी गठबंधन के पास 55 वोट थे, जबकि विपक्ष के पास 32 वोट।

कांग्रेस ने दावा किया था कि सरकार का समर्थन करने वाले दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।

हालांकि, पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि यह कवायद उन विधायकों को बेनकाब करने के लिए थी जो कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं।