जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की चुनावी तारीखों का ऐलान हो गया है। एक तरफ जम्मू-कश्मीर में तीन चरण में वोटिंग होने वाली है तो वही हरियाणा में एक ही चरण में वोटिंग होने जा रही है। नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित कर दिए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को पहले चरण की वोटिंग है। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को होगी और तीसरे चरण की वोटिंग 1 अक्टूबर को होती दिखेगी। इसी तरह हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनावी नतीजे 4 अक्टूबर को आ जाएंगे।
जम्मू-कश्मीर की विधानसभा स्थिति
जम्मू-कश्मीर में कुल 114 सीटें कर दी गई हैं, इसमें 24 सीटें पाक अधिकृत कश्मीर की शामिल हैं। अगर इन 24 सीटों को हटा दिया जाए तो 90 विधानसभा सीटें निकलती हैं। पहले यह आंकड़ा 83 हुआ करता था,ऐसे में कुल सात सीटें बढ़ चुकी हैं। यहां भी जम्मू संभाग में 6 सीटें बढ़ी हैं, वही कश्मीर संभाग में एक सीट का इजाफा हुआ है। जम्मू क्षेत्र में 43 सीटें रहने वाली हैं और कश्मीर संभाग में अब 47 सीटें होंगी।
हरियाणा की विधानसभा स्थिति
हरियाणा की बात करें तो वहां पर 90 विधानसभा सीटें हैं, बीजेपी के 41 विधायक हैं, कांग्रेस के 29 और जेजेपी को 10 सीटें मिली थीं। INLD और HLP की बात करें तो एक-एक सीट उन्हें भी मिली हैं। इसके अलावा सदन में पांच निर्दलीय विधायक भी हैं। हरियाणा में पिछली बार बीजेपी और जेजेपी ने मिलकर सरकार बनाई थी, भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला था। पिछले 10 सालों से बीजेपी का ही शासन राज्य में चल रहा है, लेकिन इस बार मुकाबला ज्यादा कड़ा रह सकता है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बोला है कि वे पहले से ही चुनाव के लिए तैयार थे। इस बार तैयारी करने का समय कम है, पहली बार कम चरणों में वोटिंग होगी, ऐसे में सभी पार्टियों के लिए यह एक नया अनुभव रहने वाला है।
जम्मू-कश्मीर चुनाव की सारी डिटेल इस तस्वीर के जरिए जानिए-
https://x.com/AHindinews/status/1824385674667253839/photo/1
हरियाणा चुनाव की सारी डिटेल इस तस्वीर के जरिए जानिए-
https://x.com/AHindinews/status/1824386314290204779
जम्मू-कश्मीर में तीन चरण में वोटिंग होने वाली है। 18 सितंबर को पहले चरण की वोटिंग है। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को होगी और तीसरे चरण की वोटिंग 1 अक्टूबर को होती दिखेगी। इसी तरह हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनावी नतीजे 4 अक्टूबर को आ जाएंगे।
हरियाणा चुनाव को लेकर ईसी ने जानकारी दी है कि यहां पर 20 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन रखे गए हैं। लेकिन इस कम क्षेत्रों में यह कुल 20 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन रहने वाले हैं। फरीदाबाद जैसे शहरी इलाकों में ज्यादा पोलिंग स्टेशन रहेंगे। वोटिंग प्रतिशत बढ़ सके, इस वजह से भी यह फैसला हुआ है।
चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर में 11 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन इस बार रखे गए हैं। मॉडल पीएस भी जगह-जगह रहने वाले हैं। पोलिंग स्टेशन पर हर तरह की सुविधा रखने का आश्वासन भी दिया गया है। 360 के करीब तो मॉडल पोलिंग स्टेशन भी रखे जाएंगे।
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। अभी चुनाव आयोग राजीव कुमार बता रहे है कि जम्मू-कश्मीर के चुनाव को लेकर क्या तैयारियां की गई हैं। उनकी तरफ से लोकसभा चुनाव में दिखी लंबी कतारों का भी जिक्र किया गया है।
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर उपचुनाव भी होने जा रहे हैं। ऐसी खबर है कि चुनाव आयोग उन 10 सीटों के लिए भी आज ही तारीख का ऐलान कर सकता है। यूपी का उपचुनाव दोनों बीजेपी और सपा के लिए काफी अहम है। कांग्रेस भी इसे अपनी वापसी का एक बड़ा लिटमस टेस्ट मानती है।
जम्मू-कश्मीर में पांच साल बाद चुनाव जरूर हो रहे हैं, लेकिन विपक्ष को एक बात की शिकायत है। जिस तरह से जम्मू संभाग में 6 सीटें बढ़ा दी गई हैं, इससे वो खफा चल रहा है। तर्क दिया गया है कि बीजेपी ने खुद को फायदा पहुंचाने के लिए इस प्रकार का परिसीमन करवाया है। वैसे कश्मीर घाटी में सिर्फ एक सीट अतिरिक्त बढ़ पाई है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा ऐलान कर दिया है। उनकी उम्र जरूर 86 साल की हो चुकी है, लेकिन उन्होंने इस बार का विधानसभा चुनाव लडने का ऐलान किया है। उन्हें पूरा भरोसा है कि आज भी कश्मीर घाटी में उनकी लोकप्रियता बनी हुई है।
हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी 41 सीटें मिली थीं, कांग्रेस के 29 और जेजेपी को 10 सीटें मिली थीं। INLD और HLP की बात करें तो एक-एक सीट उन्हें भी मिली हैं। इसके अलावा सदन में पांच निर्दलीय विधायक भी हैं। हरियाणा में पिछली बार बीजेपी और जेजेपी ने मिलकर सरकार बनाई थी, भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला था।
जम्मू-कश्मीर में कुल 114 सीटें कर दी गई हैं, इसमें 24 सीटें पाक अधिकृत कश्मीर की शामिल हैं। अगर इन 24 सीटों को हटा दिया जाए तो 90 विधानसभा सीटें निकलती हैं। पहले यह आंकड़ा 83 हुआ करता था,ऐसे में कुल सात सीटें बढ़ चुकी हैं। यहां भी जम्मू संभाग में 6 सीटें बढ़ी हैं, वही कश्मीर संभाग में एक सीट का इजाफा हुआ है। जम्मू क्षेत्र में 43 सीटें रहने वाली हैं और कश्मीर संभाग में अब 47 सीटें होंगी।
चुनाव आयोग दोपहर तीन बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाला है। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनावी तारीखों का ऐलान होना है, दोनों जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का पूरा कार्यक्रम साझा किया जाएगा।
