हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। चुनाव प्रचार के दौरान ऐसी कई घटनाएं हुईं जो चर्चा का विषय बन गईं। ऐसा ही नूंह में कांग्रेस का एक चुनाव प्रचार था, जहां पर चर्चा में बुलडोजर आ गया। कुछ दिन पहले नूंह में कांग्रेस की रैली थी और इसे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संबोधित करने आए थे। दिल्ली-अलवर रोड के दोनों ओर दो बुलडोजर खड़े थे। जैसे ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली के लिए लोग नीचे आते हैं, बुलडोजर से उनके ऊपर फूलों की बारिश होती है। इसके बाद भीड़ द्वारा जोरदार ताली बजाई जाती हैं। पिछले साल नूंह में दंगे हुए थे और 6 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद हरियाणा की भाजपा सरकार ने बुलडोजर कार्रवाई की थी। इसके विरोध में विपक्ष ने नया तरीका निकाला और उसने यह दर्शाने की कोशिश की कि भाजपा नफरत बांट रही है और विपक्ष प्यार बांट रहा है।
पिछले साल हुए थे दंगे
31 जुलाई, 2023 को वीएचपी की ‘ब्रजमंडल यात्रा’ के दौरान नूंह में दंगे भड़क गए थे, जिसमें बजरंग दल के दो नेता, एक मुस्लिम मौलवी और दो होमगार्ड सहित छह लोग मारे गए थे। जिला अधिकारियों के अनुमान के अनुसार 3 अगस्त से 7 अगस्त के बीच नूंह जिले में 443 ढांचों को ध्वस्त किया गया, जिनमें 162 स्थायी ढांचों को भी शामिल किया गया। ध्वस्तीकरण में प्रभावित होने वाले लगभग 80% लोग मुस्लिम थे। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने बाद में मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लेते हुए ध्वस्तीकरण पर रोक लगा दी और सरकार से पूछा कि क्या कानून और व्यवस्था की समस्या की आड़ मे किसी विशेष समुदाय की संपत्तियों को निशाना बनाया जा रहा था? कांग्रेस ने चुनाव अभियान में बुलडोजर के साथ जवाबी संदेश भेजने की कोशिश की और आईएनएलडी ने भी ऐसा किया।
गुरुवार को जब नूंह में कांग्रेस समर्थकों पर बुलडोजर से फूल बरसाए जा रहे थे, उसी समय आईएनएलडी फिरोजपुर झिरका के उम्मीदवार मोहम्मद हबीब का जिले में अन्य जगहों पर इसी तरह नोटों से स्वागत किया जा रहा था। फिरोजपुर झिरका के कांग्रेस कार्यकर्ता अबरार नंबरदार ने कहा, “योगी बाबा (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) ने घरों को ढहाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया है। हम यह दिखाना चाहते हैं कि इसका इस्तेमाल प्यार दिखाने के लिए भी किया जा सकता है।” एक अन्य कार्यकर्ता कादिर खान ने कहा कि इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के गुड़गांव उम्मीदवार राज बब्बर पर फूलों की वर्षा करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया था। कादिर खान ने कहा, “कानून का इस्तमाल करो, बुलडोजर का नहीं। यूपी, हरियाणा और राजस्थान में भाजपा सरकारों ने इसका इस्तेमाल केवल दलितों, गरीबों और मुसलमानों के खिलाफ किया है। हमने अभी तक किसी अमीर अपराधी के घर को ढहाते नहीं देखा है। राहुल जी कहते हैं कि नफरत का जवाब मोहब्बत से।”
कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा
कांग्रेस के मौजूदा विधायक और नूंह से उम्मीदवार आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा ने एससी और मुसलमानों के घरों को ध्वस्त करने के लिए सत्ता के हथियार के रूप में बुलडोजर का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “हम अपनी कार्रवाई से उनकी राजनीति का मुकाबला कर रहे हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले को उठाया है। हमारी सरकार कानून के खिलाफ जाकर लोगों के घरों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर नहीं तोड़ेगी। राजस्थान के तिजारा से भाजपा विधायक बाबा बालकनाथ के इस बयान के बाद कि वे अलवर में मेवाती मुसलमानों के खिलाफ बुलडोजर न्याय” करेंगे, उन्हें इस जवाबी अभियान के लिए प्रेरित किया।”
आईएनएलडी के फिरोजपुर झिरका के उम्मीदवार मोहम्मद हबीब ने मेवात में चुनाव प्रचार के लिए बुलडोजर की लोकप्रियता को स्वीकार किया। लेकिन भाजपा की बुलडोजर न्याय की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे भी बढ़कर, बुलडोजर की खासियत यह है कि वे किसी भी अन्य मशीन से बड़े हैं।