फतेहाबाद में जेजेपी के स्थानीय विधायक देवेंद्र बबली के साथ किसानों का विवाद बढ़ता जा रहा है। अपने तीन सहयोगियों की गिरफ्तारी के विरोध में किसानों ने आज थाने तक मार्च निकाला। मार्च का नेतृत्व किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह और योगेंद्र यादव ने किया। गौरतलब है कि किसानों ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि विधायक के द्वारा किसानों को लेकर आपत्तिजनक बात कही गयी थी।
आज शनिवार को किसानों के समर्थन में राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को गिरफ्तार करने का बहुत शौक है इसलिए आज वे यहां आए हैं। पुलिस को अगर गिरफ्तार करने का शौक है तो हमें गिरफ्तार करे। टिकैत ने कहा कि पिछले दिनों विधायक ने गलत किया और पुलिस ने सिर्फ किसानों पर केस दर्ज किया है। इससे पहले शुक्रवार को टिकैत ने ट्वीट किया था कि सुन ले हरियाणा सरकार कल तक अगर टोहाना जींद में गिरफ्तार किसान रिहा नहीं किए गए तो कल किसानों के साथ टोहाना थाने में गिरफ्तारी दूंगा।
गौरतलब है कि मंगलवार को किसानों और विधायक देवेंद्र बबली के बीच झड़प हो गयी थी। जिसके बाद विधायक ने किसानों पर आरोप लगाया था कि उनके ऊपर जानलेवा हमला किया गया है। वहीं किसानों की तरफ से कहा गया था कि विधायक ने किसानों को लेकर आपत्तिजनक बात कही है। बुधवार को किसानों ने घटना के विरोध में टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली के घर का घेराव किया था इस मामले में प्रशासन ने कुछ किसानों को गिरफ्तार कर लिया था।
बताते चलें कि किसानों ने शनिवार को पंजाब और हरियाणा में भाजपा नेताओं के आवास के पास और अन्य स्थानों पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों की प्रतियां जलायीं। पिछले साल कृषि कानूनों से जुड़े अध्यादेश लागू होने के दिन को किसान ‘संपूर्ण क्रांति दिवस’ के तौर पर मना रहे हैं। काला झंडा थामे किसानों ने इन कानूनों को वापस नहीं लिए जाने को लेकर भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि इन कानूनों से कृषक समुदाय ‘बर्बाद’ हो जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ ‘संपूर्ण क्रांति दिवस’ का आह्वान किया था। विभिन्न किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। अमृतसर, जालंधर, मोहाली, अबोहर, होशियारपुर, बरनाला, नवांशहर, पटियाला, चंडीगढ़, सिरसा, जींद, करनाल, पानीपत और अंबाला में भी किसानों ने प्रदर्शन किया। फगवाड़ा में अर्बन एस्टेट में किसानों ने केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश के आवास के पास कृषि कानूनों की प्रतियों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारी जीटी रोड के पास जमा हुए और केंद्रीय मंत्री के आवास की ओर निकले।