एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को पार्टी के 25वें स्थापना दिवस पर बड़ा ऐलान करते हुए सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया। वहीं, भतीजे अजित पवार को कोई नई जिम्मेदारी नहीं दी गई। इन सबके बीच अजित पवार ने सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्षों के रूप में नियुक्त करने पर अपने असंतोष की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि वह पार्टी के फैसले से खुश हैं।
पहले ही लिया गया था सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का फैसला- अजित पवार
अजित पवार ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “मीडिया में कुछ खबरें हैं कि मैं इस बात से नाखुश हूं कि पार्टी ने मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं दी, गलत है। हमारी कमेटी उस समय बनी थी जब शरद पवार ने इस्तीफा दिया था। उस समय दो फैसले लिए जाने थे, पहला था शरद पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध करना और दूसरा सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करना। समिति के गठन के समय ही यह सुझाव दिया गया था लेकिन समिति के बाकी सदस्यों ने शरद पवार को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए राजी करने पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही।”
अजित पवार बोले मुझे मुख्य रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में रुचि
पवार ने आगे कहा, “लोकतंत्र में रहते हुए और बहुमत का सम्मान करते हुए मैंने इस्तीफे के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया क्योंकि नए नेतृत्व को मजबूत करना बढ़ाना है।” उन्होंने आगे कहा कि वह मुख्य रूप से राज्य की राजनीति में रुचि रखते हैं। एनसीपी नेता ने कहा, “मैं महाराष्ट्र का विपक्ष का नेता और राज्य स्तर पर पार्टी का नेता हूं। मेरी रुचि राज्य स्तर पर है और सुप्रिया राष्ट्रीय राजनीति में अच्छा कर रही हैं।”
एनसीपी नेता ने यह भी कहा, “मेरी मुख्य रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में दिलचस्पी है इसलिए मैंने हमेशा पार्टी को हमेशा इस बारे में साफ बताया है। पिछले कई सालों से सुप्रिया दिल्ली में हैं। प्रफुल्ल पटेल और मैं 1991 में एक ही समय सांसद बने लेकिन जैसा कि मुझे राष्ट्रीय राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी, मैंने इस्तीफा दे दिया और राज्य की राजनीति में शामिल हो गया।”
NCP के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल
शरद पवार ने सुप्रिया सुले को न केवल NCP के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया बल्कि उन्हें महाराष्ट्र का प्रभारी भी बना दिया। यह पद वर्तमान में उनके भतीजे अजित पवार संभाल रहे हैं। अजित पवार को कोई नई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने पर शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर अजित पवार के पास पहले से ही जिम्मेदारी है।