Gujarat News: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शुक्रवार रात गुजरात के बनासकांठा जिले में भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया।

बीएसएफ के बयान के अनुसार, जवानों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके सीमा बाड़ के पास आते देखा। जब उसे चेतावनी दी गई, तो घुसपैठिए ने चेतावनियों को नज़रअंदाज़ किया और भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करता रहा। जिसके बाद जवानों ने गोलियां चलाईं और उसे मौके पर ही मार गिराया गया।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत की आतंकवाद रोधी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की लगातार सीमा पार की हरकतों के बाद सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

बता दें, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था , जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ बड़े आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें नष्ट कर दिया गया।

यह 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई थी। इनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख अड्डा शामिल है, जो दोनों ही मुख्य भूमि पाकिस्तान में स्थित हैं।

वहीं, राजस्थान में चल रहे ऑपरेशन सिंदूर के तहत बीएसएफ जैसलमेर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए हुए है। बीएसएफ के जवान राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने और सीमा पार से किसी भी संभावित खतरे को रोकने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।

जैसलमेर बीएसएफ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) योगेन्द्र सिंह राठौड़ ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति बल की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया तथा रक्षा की प्रथम पंक्ति के रूप में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।

डीआईजी राठौर ने कहा कि बीएसएफ रक्षा की पहली पंक्ति है और सीमा पर हमेशा सतर्क रहती है। इसके गठन के 5-6 साल बाद 1971 में भारत – पाकिस्तान युद्ध हुआ और तब भी इसने अपनी उपयोगिता साबित की।

कारगिल युद्ध के दौरान भी हम विजयी रहे। 22 अप्रैल को जब घटना हुई, जब उन्होंने (आतंकवादियों ने) हमारे निर्दोष नागरिकों को मार डाला, उसके बाद हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार थे। हम भारत सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के साथ खड़े थे और हम पूरी तरह से तैयार थे ताकि हम किसी भी दुस्साहस को वहीं रोक सकें।

एस जयशंकर को घेरने में क्या नाकाम दिख रहे राहुल?

सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ ) अधिकारी जयपाल सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन खतरों को प्रभावी ढंग से बेअसर करने के लिए बीएसएफ की तत्परता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, ऑपरेशन सिंदूर से पहले और भविष्य में भी, बीएसएफ हमेशा देश की सुरक्षा के लिए अपने कर्तव्य को निभाने के लिए तत्पर रही है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन गतिविधियां बहुत बढ़ गईं। दुश्मन ने ड्रोन और गोले भेजे, और हमने अपने उपकरणों का चतुराई से उपयोग किया और उनके ड्रोन को बेअसर कर दिया। भारतीय वायुसेना ने इस दौरान बहुत अच्छा काम किया। पाकिस्तान के कई एयरबेस क्षतिग्रस्त हुए। यह हमारे लिए गर्व की बात है।

बीएसएफ ने भारतीय वायुसेना के साथ मिलकर काम किया,जिसने सफलतापूर्वक पाकिस्तानी वायुसेना के ठिकानों को निशाना बनाया और दुश्मन के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया। पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को किए गए आह्वान के बाद दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई है। वहींं, झारखंड में लातेहार पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में टॉप नक्सली नेता सहित दो को मार गिराया है। पढ़ें…पूरी खबर।