नई दिल्ली। वामपंथी उग्रवाद को आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए सरकार ने आज कहा कि वह देश से वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लिए अपने पूरे संसाधनों का इस्तेमाल करेगी और इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं आने देगी।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां कहा, नक्सली हिंसा की घटनाओं में कमी आने से सुरक्षा बलों का मनोबल ऊंचा है लेकिन माओवादियों पर दबाव बनाए रखने के लिए किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए।
गृह मंत्रालय से जुड़ी सांसदों की सलाहकार समिति की बैठक में सिंह ने कहा, ‘‘देश से वाम पंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लिए सरकार सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने के लिए कटिबद्ध है। इसमें आई कमी से सुरक्षा प्रतिष्ठान उत्साहित है। लेकिन इसके चलते आत्मसंतुष्टी को हावी नहीं होने देना चाहिए और न ही किसी तरह की ढिलाई आने देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वामपंथी उग्रवाद हमारी आंतरिक सुरक्षा और राष्ट्र निर्माण के रास्ते में सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। इसलिए इसे समाप्त करना सरकार के एजेंडे के शीर्ष पर बना रहेगा।’’
गृह मंत्री ने कहा कि माओवादी खतरे से निपटने के लिए सरकार ने चार सूत्री रणनीति बनाई है जिसमें सुरक्षा संबंधी हस्तक्षेप, विकास, अधिकारों को संरक्षित करना और आदिवासियों का सशक्तिकरण शामिल है। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने भी सदस्यों को स्थिति से अवगत कराया।