राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार के एकनाथ शिंदे सरकार का दामन थामने के बाद राज्यसभा सदस्य और दिग्गज एडवोकेट कपिल सिब्बल गुस्से में हैं। उनका कहना है कि बीजेपी ने जो खेल 2016 में उत्तराखंड की सरकार के साथ शुरू किया था वो अब महाराष्ट्र तक पहुंच चुका है। उनका कहना है कि ऐसे खरीद फरोख्त के माहौल पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी अब सुप्रीम कोर्ट के ऊपर है।
सिब्बल ने भाजपा पर पिछले कुछ वर्षों में कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में विपक्ष की सरकारों को गिराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस चलन पर रोक के लिए कार्रवाई करने की जिम्मेदारी अब सुप्रीम कोर्ट पर है। दिग्गज वकील सिब्बल की ये टिप्पणियां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता अजित पवार और आठ अन्य विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद आई हैं।
सिब्बल ने ट्वीट किया कि भाजपा ने लालच देकर 2016 में उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, 2019 में कर्नाटक, 2020 में मध्य प्रदेश, 2022 में महाराष्ट्र की निर्वाचित सरकारों को गिराया। उन्होंने कहा कि क्या कानून इसकी इजाजत देता है? अब जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट पर है। वो देखे कि इस तरह के हालात में क्या किया जाए जिससे राजनीति में जो गंदगी आ गई है वो साफ हो सके।
बीजेपी पर तंज कस सिब्बल बोले- पहले भ्रष्टाचारियों पर हमला करो और फिर उन्हें गले लगाओ
राज्यसभा सदस्य ने अजित पवार और आठ अन्य विधायकों को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल किए जाने को लेकर सोमवार को भाजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि पहले भ्रष्टाचारियों पर हमला करो और फिर उन्हें गले लगाओ। उनका सवाल था कि बीजेपी की ये किस तरह की संस्कृति है।
गौरतलब है कि राकांपा नेता अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद से देश की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है। इसके लिए बीजेपी पर हमले हो रहे हैं।