2020 के अंत के साथ ही पूरी दुनिया में उम्मीद की एक नई आशा बंधी है। कोरोनावायरस के प्रकोप से बीते साल के बाद अब 2021 में जल्द ही वैक्सीन बड़े स्तर पर मुहैया होने का अनुमान है। भारत में भी एक जनवरी से कई अहम बदलाव होने वाले हैं। साथ ही कुछ नई चीजों की शुरुआत भी होगी। नए वेतन के नियमों से लेकर आने वाले समय में हैपटाइटिस-सी के इलाज के नए तरीके और 5जी जैसी सुविधाओं की शुरुआत इस साल भारत में होगी।
नए वेज नियम होंगे लागू, हाथ में आएगी कम सैलरी: देश में एक अप्रैल से नए वेज रूल लागू होने वाले हैं। इसके तहत अब रोजगार देने वाले कर्मचारी के कुल वेतन में भत्ते का हिस्सा 50 फीसदी से ज्यादा नहीं कर पाएंगे। यानी कुल वेतन में बेसिक पे और एचआरए का हिस्सा 50% होगा। इस बदलाव से कर्मचारियों के पीएफ में ज्यादा रकम जाएगी। हालांकि, इससे कर्मचारियों की इन हैंड सैलरी कम हो जाएगी।
इस बीच अब चेक पेमेंट पर पॉजिटिव पे का सिस्टम भी इसी साल से लागू होगा। अब 50 हजार रुपए से ज्यादा का चेक जारी करने पर उपभोक्ता को बैंक को एसएमएस के जरिए सूचना देनी होगी। इसके अलावा आरबीआई ने कॉन्टैक्टलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए इसकी लिमिट दो हजार रुपए से बढ़ाकर पांच हजार रुपए कर दी है। दूसरी तरफ म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों को जोखिम बताने के लिए रिस्कोमीटर जारी करेंगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में आएंगे कई बड़े बदलाव: भारत में 2021 से हेल्थ कार्ड शुरू किया जाएगा। यह कार्ड सभी अस्पतालों और क्लीनिक में मिलेंगे। इस कार्ड में सभी मरीजों का डेटा स्टोर किया जाएगा। इसकी बदौलत मरीजों के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी कहीं भी और कभी भी एक क्लिक पर देखी जा सकेगी। यानी मरीज को रिपोर्ट साथ लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी और वह कहीं भी इलाज करा सकता है।
दूसरी तरफ दुनियाभर में हैपेटाइटिस-सी के इलाज के लिए जल्द ही नई तकनीक का इस्तेमाल शुरू हो सकता है। अमेरिका ने इसे मंजूरी दे दी है। इसके अलावा घर बैठे इलाज के लिए वर्चुअल रियैलिटी जैसे टूल्स जल्द आ सकते हैं। इसके तहत आंखों के डॉक्टर वीआर के जरिए एचडी कैमरे से मरीज की आंखों की स्पष्ट फोटो देख सकेंगे और इलाज शुरू कर सकेंगे।
स्वास्थ्य की ही दुनिया में अगले साल कुछ और बड़े बदलाव होने वाले हैं। अमेरिकी वैज्ञानिक कृत्रिम किडनी बनाने में सफलता हासिल कर चुके हैं। इसे किडनी के नीचे हिस्से में लगाया जाएगा और इसके एक सिरे में लगे पाइप को खून की धमनियों से और दूसरे छोर को मूत्राशय से जोड़ कर लगाया जाएगा। दूसरी तरफ नए साल में स्मार्ट फोन से कनेक्टेड पेसमेकर लाने की भी तैयारी है। इससे मोबाइल फोन से भी पेसमेकर की मॉनिटरिंग की जा सकेगी।
2021 में डिजिटल क्रांति की तैयारी: स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा 2021 डिजिटल क्रांति के लिए भी अहम साबित होने वाला है। भारत में इस साल 5जी नेटवर्क की शुरुआत हो सकती है। इसके अलावा एंड्रॉयड के नए वर्जन आने के साथ पुराने वर्जन के अपडेट बंद हो जाएंगे। एंड्रॉयड 4.0 में अब वॉट्सऐप नहीं चलेगा। दूसरी तरफ यूपीआई से पेमेंट पर चार्ज लगना शुरू हो सकता है। एनपीसीआई थर्ड पार्टी ऐप्स पर चार्ज लगाने की तैयारी में हैं।
इसके अलावा टोल प्लाजा को भीड़ से मुक्त करने के लिए 15 फरवरी से सभी वाहनों पर फास्टैग (Fastag) अनिवार्य कर दिए गए हैं। बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को टोल पर दोगुना चार्ज देना होगा। इसके अलावा अब इलेक्ट्रॉनिक चिप वाले पासपोर्ट जारी होंगे। इन्हें स्कैन करते ही पासपोर्ट धारक की पूरी जानकारी पाई जा सकेगी। कुछ सेक्टर्स में इसकी सुविधा प्रायोगिक तौर पर शुरू हो चुकी है।
परीक्षा में बदलेगा मार्किंग पैटर्न, चार बार होंगे JEE-Mains: सीबीएसई इस साल 10वीं और 12वीं में 10 फीसदी अंक केस स्टडी के आधार पर जोड़ेगा। इसके अलावा इस साल से मार्किंग पैटर्न में भी बदलाव होगा और क्वेश्चन पेपर में प्रश्नों की संख्या कम होगी। अब एक ही दिन में जेईई-मेन्स आयोजित होने की जगह चार अलग-अलग दिन होगी। इस साल से डिजिटल लर्निंग को बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।