दिल्ली में रविवार को कोरोना की चपेट में आए चार मरीजों की मौत हो गई। हालांकि उनमें से तीन मरीजों को कोरोना के अलावा अन्य बीमारियां भी थीं। राजधानी में कोरोना के 699 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 21.15 फीसद दर्ज की गई। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है।
साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कोरोना से पीड़ित चार लोगों की मौत के साथ ही इसके चपेट में आए कुल मरने वालों की संख्या 26,540 हो गई है। हालांकि बुलेटिन में साफ कहा गया है कि केवल एक मामले में ही कोरोना मृत्यु का प्राथमिक कारण था। बाकी मरीजों की दूसरी बीमारियों के इलाज के दौरान की गई कोरोना की जांच में अचानक इसकी पुष्टि हुई। बुलेटिन में कहा गया है कि नए मामलों के साथ, दिल्ली में कोरोना विषाणु के संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20,14,637 हो गई है, जबकि दिल्ली में शनिवार को 23.05 फीसद की संक्रमण दर के साथ कोरोना के 535 नए मामले सामने आए थे।
राजधानी में शुक्रवार को 733 नए मामले दर्ज किए गए थे, जो 19.93 फीसद संक्रमण दर के साथ पिछले सात महीने से अधिक समय का एक दिन का सर्वाधिक आंकड़ा था। बुलेटिन के मुताबिक, शनिवार को दिल्ली में कोरोना के 3,305 नमूनों की जांच की गई। अभी भी कुल 1634 लोग संक्रमण के कारण घरों में एकांत वास में रह रहे हैं जबकि 136 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से 126 में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है बाकी की कोरोना रपट आनी है। इनमें से 53 लोगों को आइसीयू की जरूरत पड़ी है जबकि आइसीयू में भर्ती कुल मरीजों में 33 मरीजों को आक्सीजन की जरूरत भी पड़ी है। जबकि आठ मरीजों को वेंटिलेटर के सहारे इलाज दिया जा रहा है।
मास्क लगाना जरूरी करे सरकार : बिधूड़ी
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण दिल्ली में तेजी से पैर पसार रहा है। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि इसके बावजूद दिल्ली सरकार इन मामलों को हल्के में ले रही है। उन्होंने मांग की कि संक्रमण के मामलों को देखते हुए दिल्ली में मास्क लगाना जरूरी किया जाए।उन्होंने कहा कि दिल्ली में बीते एक सप्ताह में तीन हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं।
पिछले कई दिनों से देश की तुलना में अकेले दिल्ली से ही 10 फीसद मरीज सामने आए हैं। औसतन हर चार में से एक व्यक्ति कोरोना का मरीज निकल रहा है। कोरोना जिस तरह की बीमारी है और पिछली लहरों से जो अनुभव प्राप्त हुआ है, उनके अनुसार इसे कभी भी हल्के में नहीं लिया जा सकता। इसके अलावा मुख्यमंत्री केजरीवाल विपक्ष को साथ लेकर अस्पतालों का दौरा करें और यह दिखाए कि कोरोना से बचाव के लिए क्या-क्या उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज स्थिति यह है कि कई राज्य सरकारों ने कोरोना को देखते हुए भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है।
पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी मास्क जरूरी कर दिया गया है। सरकारें और भी एहतियाती कदम उठा रही हैं लेकिन केजरीवाल सरकार जनता को केवल सलाह देकर ही हाथ पर हाथ रखे बैठी हुई है। दुकानदार अब स्वयं बाजारों में अपनी तरफ से मास्क की बंदिश लगाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। लोगों में भय बढ़ता जा रहा है। सरकार कोई कदम तो नहीं उठा रही और लोगों को भयभीत न होने की सलाह दे रही है।