राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विचारक केएन गोविंदाचार्य ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने  आरोप लगाया है कि इस ऐप के जरिए लोगों के कॉन्टैक्ट लिस्ट की जासूसी हो रही है।

लगभग 90 मिलियन लोगों द्वारा डाउनलोड किया गया Aarogya Setu ऐप, सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र के कर्मचारियों और कंटेनमेंट जोन वाले  क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए अनिवार्य बना दिया गया है। गोविंदाचार्य ने अपने वकील विराग गुप्ता के माध्यम से, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) की प्रमुख नीता वर्मा को नोटिस भेजा, जो सरकार की आईटी सेल का नेतृत्व करती हैं।

नोटिस में सरकार पर आरोप लगाया गया है कि भारतीयों के डेटा को विदेशी प्रौद्योगिकी दिग्गजों द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। इसके अलावा जैसा कि यह ब्लूटूथ और स्थान डेटा का उपयोग करता है ऐसे में टेलीकॉम कंपनिया भी  यूजर्स की जरूरी सूचनाओं में सेंध लगा सकती है। साथ ही सेल फोन निर्माताओं द्वारा  भी सूचना का एक्सेस किए जाने का खतरा है।

नोटिस में कहा गया है कि  जब सरकार इस ऐप को सभी को डाउनलोड करने के लिए अनिवार्य कर रही है तो फिर अगर इस ऐप के जरिए निजता के संबंध में कोई भी चूक होती है तो सरकार को इसके लिए जवाबदेह होना चाहिए।

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