भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी का प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया। प्रिंसिपल सेक्रेटरी को प्रधानमंत्री का सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी माना जाता है। इस सबके बीच सवाल यह उठता है कि प्रधान सचिव का पद क्या है और इसके लिए किन योग्यताओं की जरूरत होती है।

प्रधान सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का प्रशासनिक प्रमुख होता है और उसे प्रधानमंत्री का सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी माना जाता है। वर्तमान में 1972 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी प्रमोद कुमार मिश्रा प्रधान सचिव हैं। दास दूसरे प्रधान सचिव होंगे। सामान्य तौर पर, पीएमओ में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, पीएम के सलाहकार, अतिरिक्त सचिव, संयुक्त सचिव और अन्य वरिष्ठ नौकरशाह भी शामिल होते हैं। प्रधान सचिव को पीएम और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के बीच चर्चा किए जाने वाले मामलों पर नोट्स तैयार करने, विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने, पीएम के समक्ष महत्वपूर्ण आदेशों को साझा करने का काम सौंपा जाता है।

शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीफ सेक्रेटरी-2 नियुक्त किया गया है। पर, यह पद पहली बार बनाया गया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी की।

कौन हैं शक्तिकांत दास?

शक्तिकांत दास 1980 में तमिलनाडु कैडर के अधिकारी के रूप में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए । दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक करने के बाद वे 2014 में उर्वरक सचिव बने। वह बिमल जालान (1997-2003) के अलावा 6 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले दूसरे आरबीआई गवर्नर हैं।

पढ़ें- देशभर के मौसम का हाल

इसके तुरंत बाद, शक्तिकांत दास को भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तहत वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव बनाया गया, जो उस समय सत्ता में आई थी। अगस्त 2015 में उन्हें आर्थिक मामलों का सचिव बनाया गया और मई 2017 में अपनी सेवानिवृत्ति तक वे इस पद पर बने रहे। दास 15वें वित्त आयोग के सदस्य भी थे।

शक्तिकांत दास ने 2018 से दिसंबर 2024 तक RBI गवर्नर के रूप में काम किया

शक्तिकांत दास ने 2018 से दिसंबर 2024 तक RBI गवर्नर के रूप में कार्य किया। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान, वे सीधे 8 केंद्रीय बजटों की तैयारी से जुड़े थे। दास ने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) और एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (AIIB) में भारत के वैकल्पिक गवर्नर के रूप में भी काम किया है। उन्होंने IMF, G20, BRICS, SAARC आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। शक्तिकांत दास ने देयूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और RuPay को ग्लोबल बनाने पर भी ध्यान केंद्रित किया। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स