राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने पर अड़े हैं। पूरी पार्टी मान-मन्नौवल में जुटी है, जबकि कार्यकर्ता उन्हें मनाने के लिए गुजारिश से लेकर भूख हड़ताल पर जाने और खुदकुशी तक के प्रयास कर रहे हैं। मंगलवार (दो जुलाई, 2019) को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय के पास कुछ ऐसा ही दिखा। एक कार्यकर्ता ने पेड़ पर लटक कर खुदकुशी की कोशिश की, पर इस तरह का यह हाईप्रोफाइल ड्रामा पहली बार नहीं हुआ।

राहुल से पहले उनकी मां और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए एक पार्टी कार्यकर्ता ने सिर पर पूर्व में बंदूक तान ली थी। हालांकि, सोनिया के प्रति वफादारी और समर्थन दिखाने वाले वह नेता कुछ दिनों बाद भाजपाई बन गए थे।

किस्सा साल 2004 के आस-पास का है। सोनिया तब प्रधानमंत्री पद स्वीकार कर लें की जिद के साथ गंगा चरण चरण राजपूत ने सिर पर रिवॉल्वर तान ली थी और धमकी दी थी कि अगर उनकी बात न सुनी गई, तो वह खुद की जान ले लेंगे। रोचक बात है कि पूरा वाकया सोनिया के आवास के बाहर हुआ था।

राजपूत तब सोनिया के काफी करीबी और हमदर्दों में गिने जाते थे। वह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर से सांसद रहे हैं और जनता दल के टिकट पर 1989 में चुनाव जीते थे। आगे 1996 और 1998 में वह उसी सीट से बीजेपी के सांसद बने, मगर 2004 में कांग्रेस की हवा में उन्होंने पाला बदलते हुए सोनिया की पार्टी ज्वॉइन की, जिसके बाद 2009 में मायावती की बसपा में उन्हें जगह मिली। बाद में वह बीजेपी में आ गए थे।

पांच मई, 1960 को जन्मे पूर्व सांसद मूल रूप से जालौन जिले के ऊरई स्थित बमहोरी कलां गांव के निवासी हैं। वह लखनऊ विवि से बी.ए और एल.एल.बी हैं, जबकि उन्होंने राजनीति में पहला कदम युवा लोक दल (यूपी) के अध्यक्ष के तौर पर 1987-89 में रखा था।

‘अगड़ी, पिछड़ी जातियों में झगड़े के पीछे ISI जिम्मेदार’: गंगा चरण राजपूत ने अप्रैल, 2018 में कहा था- आईएसआई वाले हिंदू धर्म में फूट डालने के लिए षडयंत्र रच रहे हैं। ऐसे में अगड़ी, दलित और पिछड़े वर्ग से निवेदन करता हूं कि आतंकी शक्तियों की साजिश से बच कर रहें। हम सब एक हैं।