नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU)के छात्रों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एएमयू के एक हजार अज्ञात छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बता दें कि पुलिस ने यह मामला सीएए के खिलाफ 15 दिसंबर को एएमयू कैंपस में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के लिए दर्ज किया है।
14 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करना पड़ा था: दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून (CAA)और एनआरसी के खिलाफ 15 दिसंबर को छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था। लेकिन बाद में यह प्रदर्शन हिंसक हो गया था। इस घटना के बाद लगभग यूपी के सभी जिलों में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। जिसके बाद से लगभग 14 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करना पड़ा था।
Police appealing for order and warning the unlawful assembly. Some policemen received injuries in stone pelting. To control the situation, police had to resort to tear gas munitions.
Situation is under control.@ndtv @News18UP @ANINewsUP @htTweets #AligarhMuslimUniversity pic.twitter.com/2BQDARAfm2— UP POLICE (@Uppolice) December 15, 2019
पुलिस पर गेट तोड़ने का लगा था आरोप: बता दें कि हिंसक प्रदर्शन के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने आरोप लगाया था कि 15 दिसंबर को पुलिस ने छात्रों को बर्बरतापूर्वक पिटा था जिसमें कई छात्र घायल हो गए थे। उस दौरान एएमयू छात्रों द्वारा पुलिस पर आरोप लगाया गया था कि पुलिस कॉलेज कैंपस में गेट तोड़कर घुसी थी। इसके बाद पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें छात्र कॉलेज के गेट को जोर – जोर से हिला रहे थे।
पुलिस ने 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था: गौरतलब है कि दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया और एएमयू में पुलिस कार्रवाई के बाद एएमयू के छात्रों ने 25 दिसंबर को कैंडल मार्च निकाला था। इस दौरान भी पुलिस ने 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।