कृषि कानूनों को लेकर किसानों के आंदोलन को नई धार देने के लिए रोज नई-नई तैयारियां की जा रही हैं। सरकार के साथ पिछले कई दौर की वार्ता में कोई ठोस नतीजे नहीं निकलने से किसान संगठनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस बीच स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने कहा है कि बुधवार से दो हफ्तों के लिए देश जागरण अभियान शुरू किया जाएगा। इसके माध्यम से किसानों के विरोध को पूरे देश में फैलाया जाएगा।

इससे पहले उन्होंने बताया था कि किसान संगठनों ने फैसला किया है कि सात जनवरी से दिल्ली की पूर्वी और पश्चिमी समेत चारों सीमाओं पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को होने वाले आंदोलन के पहले यह एक ट्रेलर होगा।

उधर, क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने बताया है कि 18 मार्च को महिला किसान दिवस का आयोजन होगा। 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म दिवस पर आजाद हिंद किसान दिवस मनाया जाएगा और 25-26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी।

इससे पहले किसानों की कई दौर की वार्ता सरकार के साथ हो चुकी है। लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। किसान संगठनों का मानना है कि सरकार जब तक यह घोषणा नहीं करती है कि कृषि कानून पूरी तरह वापस लिया जाएगा, वह तब तक आंदोलन जारी रखेंगे।