Kisan Andolan: संयुक्त किसान मोर्चा MSP पर गारंटी कानून और अन्य मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के समर्थन में आ गए हैं। बॉर्डर पर किसान की मौत के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने काला दिवस मना रहे हैं। इसके बाद किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। हालांकि, इस दौरान सड़कों को जाम नहीं किया जाएगा। वहीं किसानों के गैर राजनीतिक दल संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली मार्च को दो दिनों के लिए रद्द कर दिया है। किसान आज अपनी रणनीति को लेकर खुलासा करेंगे।
Farmers Protest LIVE: मृतक किसान को शहीद का मिले दर्जा
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा, “पंजाब से अक्सर किसानों के आंदोलन की खबरें आ रही हैं। हमें समझ नहीं आता क्यों? मैं नहीं जानता कि कानून द्वारा न्यूनतम मूल्य का आश्वासन कैसे दिया जा सकता है। मैं नहीं जानता कि उनकी मांग कितनी व्यावहारिक है। जब आप बड़ी संख्या में आ रहे हैं, यातायात अवरुद्ध कर रहे हैं, तो सरकार को कुछ कदम उठाने होंगे।”
#WATCH रांची (झारखंड): किसानों के विरोध प्रदर्शन पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा, "पंजाब से अक्सर किसानों के आंदोलन की खबरें आ रही हैं। हमें समझ नहीं आता क्यों? मैं नहीं जानता कि कानून द्वारा न्यूनतम मूल्य का आश्वासन कैसे दिया जा सकता है। मैं नहीं जानता कि उनकी मांग… pic.twitter.com/XX3gJhuBAr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 23, 2024
Farmers Protest LIVE: पटियाला में किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना है, “जो लोग (किसान की) मौत के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। हम आज की बैठक के बाद (दिल्ली जाने पर) फैसला लेंगे।”
#WATCH | Farmer leader Sarwan Singh Pandher in Patiala says, "Case under section 302 IPC should be registered against those who are responsible for the death (of a farmer). We will take a decision (on moving to Delhi) after today's meeting." pic.twitter.com/yyaCPSLXbN
— ANI (@ANI) February 23, 2024
Farmers Protest LIVE: किसान की मृत्यु पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “वह खनौरी बॉर्डर पर थे और इस किसान आंदोलन के चौथे शहीद हैं। उनकी पहचान दर्शन सिंह (62) के रूप में हुई है, उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई। पिछले तीन शहीदों के समान ही मुआवजा दिया गया है और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जानी चाहिए। उन्होंने पहले प्रत्येक को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये प्रदान किए हैं…”
#WATCH पटियाला, पंजाब: किसान की मृत्यु पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "वह खनौरी बॉर्डर पर थे और इस किसान आंदोलन के चौथे शहीद हैं। उनकी पहचान दर्शन सिंह (62) के रूप में हुई है, उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई। पिछले तीन शहीदों के समान ही मुआवजा दिया गया है और उनके… pic.twitter.com/9FAuyMVECs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 23, 2024
Farmers Protest LIVE: प्रदर्शनकारी किसानों पर एनएसए के बारे में अंबाला एएसपी पूजा डाबला ने कहा, ‘हमारे वरिष्ठ अधिकारियों ने इसके (एनएसए) किसी भी प्रावधान को लागू नहीं करने का फैसला किया है। मैं अपने किसान नेताओं और किसान यूनियनों से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करना चाहता हूं।’
VIDEO | Farmers protest: Here's what Ambala ASP Pooja Dabla said about NSA on protesting farmers.
— Press Trust of India (@PTI_News) February 23, 2024
"Our senior officers have decided not to implement any of its (NSA) provisions. I would like to appeal our farmer leaders and farmer unions to maintain peace and law and order."… pic.twitter.com/pd58B2avjU
Farmers Protest LIVE: अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने गुरुवार देर रात घोषणा के बाद शुक्रवार को अंबाला जिले के कुछ यूनियन नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए), 1980 को रद्द कर दिया। अंबाला रेंज के आईजीपी सिबाश कबिराज ने कहा कि किसान नेताओं के खिलाफ एनएसए लागू नहीं किया जाएगा।
Farmers Protest LIVE: हरियाणा की अंबाला पुलिस ने पत्र जारी कर आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ NSA लगाने की बात कही है। पुलिस ने यह भी बताया है कि अब तक इस आंदोलन के दौरान अलग-अलग कारणों से कितने पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है और कितने पुलिसकर्मी घायल हैं।
हरियाणा पुलिस के मुताबिक, आंदोलन के दौरान 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दो पुलिसकर्मियों की मौत हरियाणा में हुई है। एक को ब्रैन हैमरेज हुआ है। वहीं, आंदोलन के दौरान पंजाब में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की जिम में मौत हुई है। हरियाणा पुलिस ने अपने लेटर में कहा,’किसान लगातार दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स को तोड़ने के प्रयास कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन पर पत्थरबाजी और हुड़दंग बाजी करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उपद्रवी सरकारी और प्राइवेट संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’
Yesterday, we lost our braveheart DSP Dilpreet Singh who was performing duty at Khanori Border, Sangrur
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) February 23, 2024
Dilpreet served Punjab Police and the people of Punjab for over 31 years
We stand by his family in their hour of grief and will do everything to support them.
Our prayers… pic.twitter.com/UUqlQ6A7Yh
Farmers Protest LIVE: पंजाब-हरियाणा सीमा पर 22 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह की मौत के दो दिन बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृतक के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “खनौरी बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान शहीद हुए शुभकरण सिंह के परिवार को पंजाब सरकार द्वारा 1 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी।” साथ ही कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.. वे अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।’
खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरन सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी.. दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी ..फर्ज निभा रहे हैं…
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) February 23, 2024
Farmers Protest LIVE: पंजाब के एक 22 वर्षीय किसान की बुधवार को संगरूर जिले में राज्य की खनौरी सीमा पर सिर में चोट लगने से मौत हो गई। किसान की मौत तब हुई थी, जब हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े। और किसानों के अनुसार, यहां तक कि रबर की गोलियां भी उन पर चलाई गईं थीं।
पंजाब के अधिकारियों ने कहा कि खनौरी और शंभू सीमा पर कुल 26 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें हरियाणा पुलिस ने मार्च को रोकने के लिए बैरिकेड लगा दिया था। किसानों के विरोध प्रदर्शन में बठिंडा जिले के बलोह गांव के युवक शुभकरण सिंह की सिर में चोट लगने से मौत हो गई। उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में “मृत लाया” घोषित कर दिया गया। यह स्पष्ट नहीं है कि शुभकरण के सिर पर चोट किस कारण लगी।
Farmers Protest LIVE: किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर मारे गए किसान को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, ”शुभकरण सिंह की मौत के बाद पंजाब सरकार से बातचीत चल रही थी। हमारी सभी मांगें मान ली गईं। हमला करने वालों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जाए। पंजाब सरकार शुभकरण सिंह को ‘शहीद’ का दर्जा दे और उनके परिवार को मुआवजा देने पर भी चर्चा हुई। 14 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पंजाब सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है। शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा है। पंजाब सरकार हमारे शहीदों की शहादत का अपमान कर रही है, यह निंदनीय है। पंजाब सरकार के साथ बातचीत अभी पूरी नहीं हुई है।”