सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के आरोप में रविवार को एक स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पत्रकार को एक दिन पहले हिरासत में लिया गया था। स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर आज दोपहर म्यूनिसिपल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। इसके बाद उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया। उनके खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 186, 323 और 353 के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं।
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि उसने शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद सीमा पर अवरोधक लगाए थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई उसे पार न कर पाए। पुलिस ने आरोप लगाया था कि पत्रकार समेत कुछ लोगों ने अवरोधक हटाने की कोशिश की तथा पत्रकार ने वहां पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया। सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों और स्थानीय निवासी होने का दावा करने वाले लोगों के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव किया था। सिंघु बॉर्डर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का प्रमुख स्थल है। हिंसा में दिल्ली पुलिस के एसएचओ (अलीपुर) घायल हो गए थे। घटना के संबंध में एसएचओ पर हमला करने वाले व्यक्ति समेत कम से कम 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पत्रकार की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ‘जो सच से डरते हैं, वे सच्चे पत्रकारों को गिरफ्तार करते हैं।’ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ‘किसान आंदोलन कवर कर रहे पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है, उनपर मुकदमें किए जा रहे हैं। कई जगहों पर इंटरनेट बंद कर दिया है। भाजपा सरकार किसानों की आवाज को कुचलना चाहती है लेकिन वे भूल गए हैं कि जितना दबाओगे उससे ज्यादा आवाजें आपके अत्याचार के खिलाफ उठेंगी।’