किसान नेताओं और सरकार में विवाद के बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार को आंदोलन के तरीके पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि आंदोलन कोई भी कर सकता है, लेकिन उससे आम जनता के लिए समस्या नहीं पैदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा- ट्रैक्टर से विरोध करना अनुचित है। जनता में गलत संदेश जा रहा है। पीएम को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के बयान पर भी उन्होंने आपत्ति जताई।
जनता के लिए समस्याएं पैदा करना आंदोलन का मकसद न हो
मीडिया से बात करते हुए मनोहर लाल खट्टर का कहना है, “…मांग उठाना और दिल्ली जाना हर किसी का अधिकार है लेकिन मकसद देखना होगा। हमने पिछले साल यह सब देखा है, कैसे हालात बनाए गए और उन्होंने कई सीमाओं पर कब्जा कर लिया। जिसने सभी के लिए समस्याएं पैदा कीं…जिस तरह से वे विरोध कर रहे हैं, हमें आपत्ति है…ट्रैक्टर परिवहन का साधन नहीं है, वे बसों या ट्रेनों में आ सकते हैं। चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से की जानी चाहिए ताकि समाधान तक पहुंचा जा सके …।”
सीएम बोले- लोग पीएम मोदी का समर्थन नहीं बंद करेंगे
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के इस बयान ‘हमें पीएम मोदी का ग्राफ नीचे लाना है’ पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है, “यह एक राजनीतिक बयान है। अगर इतना बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया तो क्या लोग पीएम मोदी का समर्थन करना बंद कर देंगे? जनता में एक संदेश जा रहा है कि यह विरोध का सही तरीका नहीं है…।”
इस बीच केंद्र सरकार की एक समिति के साथ बैठक से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने गुरुवार को कहा कि किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए प्रधानमंत्री को समिति में शामिल तीनों केंद्रीय मंत्रियों से बात करनी चाहिए। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी वाला कानून बनाने सहित किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर यहां शाम पांच बजे किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे।
शंभू बॉर्डर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव पंधेर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ”या तो हमारी मांगें स्वीकार करें या हमें शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन करने की अनुमति दें।”