प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार एक ओर जहां किसानों की आय बढ़ाकर दोगुनी करने की बात का दावा करती रही है। इस बीच,
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि चार सूबों में किसानों की आय बढ़ने के बजाय 30% तक घट गई है। एसकेएम की ओर से यह दावा संसद की एक स्थाई समिति की रिपोर्ट के हवाले से किया।
शनिवार (नौ अप्रैल, 2022) को मोर्चे की तरफ से कहा गया कि डीजल, पेट्रोल और उर्वरकों की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के ‘किसान-विरोधी रवैए’ को बेनकाब कर दिया है। मौजूदा समय में कई किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे एसकेएम के बयान के मुताबिक, पांच राज्यों के विस चुनावों (यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर) के परिणाम घोषित होने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर दिन बढ़ रही हैं। कुल मूल्य वृद्धि प्रति लीटर 10 रुपए से अधिक की हो गई है, जो कि चिंता का विषय है।
एसकेएम ने दावा किया, ‘‘संसद की एक स्थाई समिति ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के केंद्र के बयान को बेनकाब कर यह खुलासा किया कि चार राज्यों में किसानों की आय बढ़ने के बजाय 30 प्रतिशत तक घट गई।’’ आगे बताया गया कि समिति की रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि पिछले तीन साल में कृषि मंत्रालय मंजूर बजट खर्च करने में नाकाम रहा है और 67,929 रुपए केंद्र को लौटा दिए।
बयान के अनुसार, ‘‘रिपोर्ट में यह भी स्वीकार किया गया है कि किसान मानधन योजना के नाम पर किसानों को पेंशन देने की योजना पूरी तरह नाकाम हो गई है।’’ एसकेएम आगे कहता है, ‘‘ संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार को चेतावनी दी है कि देश के किसान अपने खिलाफ साजिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
किसान संगठन ने डीएपी और एनपीकेएस उर्वरकों की मूल्य वृद्धि को लेकर भी चिंता जताई। इसने कहा कि पिछले साल 18 मई को इफ्को ने 50 किग्रा डीएपी उर्वरक की बोरी का मूल्य 55.3 प्रतिशत तक बढ़ा दिया। बयान में कहा गया, ‘‘हाल में केंद्र सरकार ने एक बार फिर से उर्वरकों के दाम बढ़ाए, जो किसानों संग धोखाधड़ी है। सब्सिडी के बाद भी डीएपी का मूल्य, जो 1200 रुपए प्रति बोरी उपलब्ध है, 150 रुपए तक बढ़ा दी गई, जिसके चलते इस बोरी की कीमत 1350 रुपए हो गई है।’’
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश का किसान जितना सशक्त होगा, नया भारत उतना ही समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’’ और कृषि क्षेत्र से जुड़ी अन्य योजनाएं देश के करोड़ों किसानों को ताकत दे रही हैं।
पीएम ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे किसान भाई-बहनों पर देश को गर्व है। ये जितना सशक्त होंगे, नया भारत भी उतना ही समृद्ध होगा। मुझे खुशी है कि पीएम किसान सम्मान निधि और कृषि से जुड़ी अन्य योजनाएं देश के करोड़ों किसानों को नई ताकत दे रही हैं।’’
इस ट्वीट के साथ उन्होंने कुछ आंकड़े भी साझा किए। मोदी ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 11.3 करोड़ किसानों के खाते में 1.82 लाख करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं।