आज किसान नेता युद्धवीर सिंह ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हमें भाजपा से तिरंगे के सम्मान को लेकर भाषण की आवश्यकता नहीं है, अधिकतर किसानों के बच्चे सीमाओं पर लड़ रहे हैं। वहीं किसान नेता दर्शनपाल बोले कि मैं सरकार से सभी प्रदर्शनस्थलों पर इंटरनेट सेवा बहाल करने का अनुरोध करता हूं, वरना, हम इसका भी विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भारी संख्या में किसान प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। बता दें कि किसान 30 जनवरी के दिन को ‘सद्भावना दिवस’ के रूप में मनाएंगे। किसान नेताओं ने बताया कि इस दिन हमारे सभी किसान नेता सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक उपवास रखेंगे। एक किसान नेता ने कहा कि हम देश में सभी से अपील करते हैं कि वे हमारे साथ 30 जनवरी को उपवास रखें।
किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, अतिरिक्त बल को हटाया गया: गाजियाबाद प्रशासन द्वारा यूपी गेट पर प्रदर्शन स्थल को खाली करने की अंतिम चेतावनी दिए जाने के बावजूद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सैकड़ों सदस्य शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर डटे रहे। यहां एकत्रित लोगों की संख्या रातभर में बढ़ गई। यहां राकेश टिकैत की अगुवाई में बीकेयू के सदस्य 28 नवंबर से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। बीकेयू के आह्वान पर आंदोलन में शामिल होने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और बुलंदशहर जिलों से बड़ी संख्या में किसान शुक्रवार तड़के यूपी गेट पहुंचे, जबकि रात में यहां सुरक्षाबलों की संख्या को कम किया गया।
गाजीपुर में यूपी गेट पर आमना-सामने होने की स्थिति बन रही है। बृहस्पतिवार शाम को प्रदर्शन स्थल पर बार-बार बत्ती गुल हुई थी। गाजियाबाद जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी आधी रात को प्रदर्शनस्थल पहुंचे और वहां हालात का जायजा लिया। यहां पर बृहस्पतिवार से सैकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। आधिकारिक निर्देशों के बाद पीएसी और आएएफ के जवानों समेत कई सुरक्षाकर्मी आधी रात को प्रदर्शन स्थल से चले गए थे।
‘राकेश टिकैत सच्चे देशभक्त’ : जननायक जनता पार्टी (जजपा) नेता दिग्विजय सिंह चौटाला ने किसान नेता राकेश टिकैत को ‘सच्चा देशभक्त’ बताया और शुक्रवार को कहा कि उन्होंने हमेशा किसानों के हितों की बात की है। दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा को लेकर टिकैत और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दिग्विजय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह देश के महान किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के पुत्र हैं। उन्हें राष्ट्रविरोधी कहना गलत है।’’ दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज मामलों का जिक्र करते हुए चौटाला ने कहा, “उन्होंने हमेशा किसानों के हितों की बात की है। अगर सरकार को कार्रवाई करनी है, तो उसे (गुरनाम सिंह) चढूनी जैसे लोगों को पकड़ना चाहिए, जिन्होंने लोगों को भड़काया। लेकिन राकेश टिकैत और किसान सच्चे देशभक्त हैं।”
हरियाणा के 14 और जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित: हरियाणा सरकार ने किसानों के आंदोलन के मद्देनजर किसी गड़बडी को रोकने के उद्देश्य से राज्य के 14 और जिलों में 30 जनवरी की शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रखने के शुक्रवार को आदेश जारी किए। गृह विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि वॉयस कॉल को छोड़कर शनिवार शाम पांच बजे तक अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाडी और सिरसा जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित रहेंगी।
वहीं, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को अपने कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के तीन प्रदर्शन स्थलों पर जाकर आंदोलन को और मजबूती देने के लिये कहा। पार्टी ने एक बयान में कहा कि शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने किसान नेता राकेश टिकैत से बात कर ”किसानों के खिलाफ भाजपा और केन्द्र सरकार के संयुक्त हमलों” को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए दिल्ली में किसान आंदोलन को और मजूबत बनाने तथा समर्थन देने के उपायों पर चर्चा की।
