केंद्र सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ यूपी के मुजफ्फरनगर में रविवार (पांच सितंबर, 2021) को किसानों की महापंचायत हुई। इसमें भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चेताया कि सरकार दिल्ली के दरवाजे खोल दे, वरना किसान उन्हें तोड़कर वहां प्रवेश कर जाएंगे। उन्होंने इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी खुलकर निशाना साधा। दोनों को बाहरी बताते हुए कहा कि सरकार को अब जाग जाना चाहिए। किसानों के लिए यह यूपी ही नहीं बल्कि देश बचाने की लड़ाई है। वहीं, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण ने भी किसानों का समर्थन करते हुए उन्हें अपना हिस्सा बताया है। कहा है कि उनके साथ सम्मान के साथ बातचीत आगे बढ़नी चाहिए।
मुजफ्फरनगर में होकर भी घर नहीं गए टिकैतः दरअसल, टिकैत से हिंदी न्यूज चैनल न्यूज 24 के पत्रकार ने पूछा था कि नौ महीने बाद अपने ही घराने में वह पहुंचे हैं? जवाब आया, “जैसे पाकिस्तान में गुरुद्वारे को गलियारा दिया गया था, वैसे ही हमें भी यह गलियारा (मुजफ्फरनगर में) दिया गया। हम इसी गलियारे में आए। घर जाना तो दूर, घर की तरफ पैर भी नहीं रखना है। हम तो उस तरफ पैर करके भी नहीं सोते हैं। नौ महीने में आंदोलन का जन्म हो चुका है। क्रांतिकारियों का जन्म हो चुका है। सरकार को अब जाग जाना चाहिए। हम लोग पूरे देश में जाएंगे, पंचायतें करेंगे और आंदोलन करेंगे।” टिकैत ने इससे पहले खुद बताया था कि उनका घर कार्यक्रम स्थल से पास ही है, पर वह वहां नहीं जाएंगे। उनके मुताबिक, जब तक कानून वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं।
मोदी, योगी तो बाहरी हैं- टिकैतः बकौल टिकैत, “हमारी रणनीति में कोई बदलाव नहीं है।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार पूरा देश बेच चुकी है। ऐसे में अब आंदोलन इस बात पर होगा कि सरकार ने जितने संस्थान बेचे हैं, वे वापस आएंगे। वे (मोदी-योगी) दोनों बाहर के हैं। योगी आदित्यनाथ को उत्तराखंड का सीएम बनना चाहिए या राष्ट्रपति बन जाना चाहिए। वे बाहरी हैं।
‘PM को याद दिलाएंगे आय दोगुनी करने वाला वादा’: किसान नेता आगे बोले- सरकार को बातचीत करनी चाहिए। अगर वह हमें बुलाएगी तो हम वहां मिलने जाएंगे। नहीं तो हम देशभर में होने वाले आंदोलन के जरिए पीएम से आमदनी दोगुणे करने से जुड़े वादे पर सवाल करेंगे। टिकैत ने आगे यह भी कहा कि सरकार दिल्ली के दरवाजे खोल दे वरना वे (किसान) फिर से दरवाजे तोड़ कर वहां जाएंगे। वे लोग चोरी-छिपे नहीं जाएंगे। गेट तोड़ कर जाएंगे या खोलकर जाएंगे।
वरुण बोले- किसानों से फिर से जुड़ने की है जरूरतः इस बीच, गांधी ने भी किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने पांच सितंबर, 2021 को मुज्जफरनगर में महापंचायत स्थल का एक वीडियो शेयर किया और ट्वीट किया, “मुजफ्फरनगर में आज लाखों किसान धरना प्रदर्शन में जुटे। वे हमारे ही अंग/हिस्सा हैं। हमें उनके साथ सम्मानजनक तरीके से फिर से जुड़ने की जरूरत है: उनके दर्द, उनके दृष्टिकोण को समझें और आम जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करें।”
“असली किसान होती हैं महिलाएं”: वहीं, किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि यह सरकार हमने बनाई थी और अब इस सरकार को किसान ही बदलेगा। उनके मुताबिक, “असली किसान तो महिलाएं हैं। महिलाएं 70 फीसदी काम करती हैं, जबकि पुरुष किसान सिर्फ 30 फीसदी काम करते हैं। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी किसानों के समर्थन में ट्वीट किया और उन्हें देश की आवाज बताया।
यूपी चुनाव के मद्देनजर अहम है महापंचायतः बता दें कि केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में पांच सितंबर को विभिन्न राज्यों के किसान मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में होने वाली किसान महापंचायत के लिए बड़ी संख्या में जुटे। अगले वर्ष की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस आयोजन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किया गया।