पीएम मोदी तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर चुके हैं। फिर भी किसान आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जबतक इसे कानूनी रूप से रद्द नहीं किया जाता, किसान घर नहीं जाएंगे।

पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 750 लोगों की मौत के बाद सरकार की नींद खुली है। उन्होंने कहा- हमारे 750 लोगों की मौत के बाद सरकार जाग गई… उन्होंने 3 कृषि कानूनों को कहां वापस लिया? कागज़ कहां है? हमें कागज दिखाओ…हम विरोध जारी रखेंगे…जब कृषि कानून वापस लिए जाएंगे, तो हम लौटेंगे…”।

टिकैत शुक्रवार को एक कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र के पालघर में थे। जब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत कहा कि आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा। इसके साथ ही टिकैत ने एमएसपी को लेकर भी कानून बनाने की मांग की है।

पीएम की घोषणा के बाद टिकैत ने कई सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट किए। उन्होंने एक ट्विट में कहा- “लड़ेंगे जीतेंगे, एमएसपी पर गारंटी कानून बनाओ”। इस दौरान टिकैत ने पीएम की घोषणा पर भी तंज कसा है। टिकैत ने पीएम की घोषणा को राजशाही से जोड़ते हुए कहा- “देश में राजशाही नहीं है, टीवी पर सिर्फ घोषणा करने से किसान घर वापस नहीं जाएगा, सरकार को किसानों से बात करनी पड़ेगी”।

टिकैत ने कहा कि यह किसानों की जीत है। उन्होंने कहा कि हम इसे 750 से अधिक किसानों और आदिवासियों, श्रमिकों, महिलाओं को समर्पित करते हैं जो इस आंदोलन का हिस्सा बने। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि जिस तरह से केंद्र का ग्राफ नीचे जा रहा है और उनकी छवि खराब हो रही है, उसे देखते हुए यह फैसला भी चुनावी हथकंडा लगता है। वे कंपनियों के दबाव में काम कर रहे हैं।

राकेश टिकैत की इन बातों से ऐसा लग रहा है कि किसानों को अभी भी इस कानून के मामले पर सरकार पर भरोसा नहीं है। यही कारण है कि किसान नेता, कानूनी तौर पर इस कानून को रद्द करने के बाद ही आंदोलन खत्म करने की बात कह रहे हैं।