कृषि कानूनों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने इस बार कहा है कि अडानी और अंबानी इनका (केंद्र का) झोला लेकर भाग गए हैं, इसलिए अब सरकार के हाथ में कुछ नहीं है।

टिकैत ने ये बातें गुरुवार (12 अगस्त, 2021) को उत्तराखंड के देहरादून में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। वह बोले- पहाड़ी किसानों के अलग मुद्दे हैं। पहाड़ का किसान वहां कैसे रहे? वह पलायन न करे, इस पर सोचने वाली बात है। इसकी नीति सरकार को बनानी चाहिए। पर्यटन पर काम करना चाहिए। सड़कें बनानी चाहिए। बहुत सारे लोग यहां आते हैं। अगर उन्हें सुख सुविधाएं होंगे। सेफ्टी होगी, तो लोग आएंगे और उससे स्थानीय लोगों का उद्धार होगा, जबकि मैदानी इलाकों में किसानों के अलग मसले हैं।

आंदोलन के प्रश्न पर जाने-माने किसान नेता ने कहा, “कोई काम नहीं करेगा, तब आंदोलन भी नहीं होगा? कागज पत्तर से मान जाओ या फिर दूसरी तरह से बातचीत होगी। इनकी सरकार कहां है? विज्ञापन छापोगे मोदी सरकार के और कहोगी बीजेपी की सरकार है…अडानी और अंबानी इनका झोला लेकर भाग गए। इनके हाथ में तो कुछ है ही नहीं। ये झगड़ा करा देते हैं। बचकर रहना। वोट मांगना है, विकास पर मांगो। सड़क, शिक्षा और अस्पताल पर वोट मांगो न। उस पर काम करना चाहिए।”

“झूठे केस किसानों को नहीं रोक सकते”: टिकैत ने इसके अलावा हरियाणा सरकार पर किसानों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने का आरोप लगाया और कहा कि यह उन्हें केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध करने से नहीं रोक पाएगा। उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन नए कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने तक जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को उनके शांतिपूर्ण आंदोलन में “हस्तक्षेप नहीं करने” की चेतावनी दी। उन्होंने आरोप लगाया, “हरियाणा में सत्तारूढ़ सरकार आंदोलनकारी किसानों को गिरफ्तार करके और उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने की कोशिश कर रही है।”