BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत का दावा है कि गुजरात की जनता कैद में है, जबकि वह उन्हें आजादी दिलाएंगे। किसान नेता ने इसके लिए अपना प्लान भी बताया। साथ ही कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव से ऐन पहले वहां किसानों की एंट्री और महापंचायतों से BJP के वोट पर प्रभाव पड़ेगा।

पत्रकारों से गुरुवार को उन्होंने कहा, “गुजरात में दो दिन का दौरा है। चार और पांच का। वहां के लोग कैद में हैं। गुजराती क्या बोल पा रहे हैं? संपर्क में हैं लोग। आएंगे लोग निकल कर। उनकी भी समस्या सुनी जाएगी। वे कब्जे में हैं। क्या कोई बोल रहा है?” आगे यह पूछे जाने पर कि आप उन्हें कैसे आजाद कराएंगे? बीकेयू नेता ने जवाब दिया, “उन्हें बोलने की आजादी दिलाएंगे। उनसे कहेंगे कि बोल लो…धरना प्रदर्शन कर लो कुछ। अनाज बेचो…चूंकि, उन पर केस बहुत सारे बन जाते हैं, इसलिए वे अधिक धरना प्रदर्शन नहीं करते हैं।” किसान नेता ने आगे दावा किया, “फोर्स के लोग और पेंशनभोगी भी किसान आंदोलन से जुड़ेंगे। जितने भी विभाग और संस्थाएं बेची जा रही हैं, वे सब हमसे जुड़ेंगे।”

जहां आप जा रहे हैं, वहां का वोटर प्रभावित होगा और बीजेपी को फर्क पड़ेगा? इस प्रश्न पर टिकैत ने कहा- हां, बीजेपी केंद्र में है और वे ही चुनाव लड़ रहे हैं…ऐसे में हमने लोगों/किसानों से कहा कि इनसे एमएसपी मांगो। लोग लग गए हैं, उनसे बात करने…कहने लगे वोट दे देंगे, चावल भी दे देंगे, पर आप इसकी एमएसपी दे दो। मतलब लोग मांग करने लगे हैं। जब वोटर सवाल करने लगेगा, तब उसका असर दिखाई देगा। पश्चिम बंगाल में भी असर नजर आएगा। यही मकसद है।

टिकैत ने यह भी सुझाव दिया कि जो लोग किसान आंदोलन से जुड़े धरनास्थलों में हैं, उन्हें कोरोना वैक्सीन लगाई जानी चाहिए। साथ ही जेलों में बंद कैदियों का भी टीकाकरण किया जाना चाहिए। उन्होंने इसके अलावा खुद टीका लगवाने की बात भी कही।