कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कई ट्विटर यूजर्स के अकाउंट बंद किए जाने के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि ये सरकार चलाने का मोदी स्टाइल है। जिसमें बंद करना, काट देना और दबाना शामिल है। आज किसानों ने कहा कि वे सरकार से तब तक बातचीत नहीं करेंगे जब तक कि उनको पुलिस प्रशासन द्वारा परेशान किया जाना बंद नहीं किया जाता। साथ ही जेल में बंद लोगों को रिहा नहीं किया जाता। वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में कहा कि सरकार कृषि कानूनों के मुद्दे पर कोई भी समाधान करने के लिए तैयार है।
मालूम हो कि किसानों ने सिंघू बॉर्डर के पास पानी की सप्लाई न होने की समस्या रखी है। साथ ही इस इलाके में वाहनों की आवाजाही पर भी असर पड़ रहा है। किसानों ने दावा किया कि उनके पास पानी के टैंकरों को आने नहीं दिया जा रहा है। किसानों ने कहा कि उनके पास पानी की कमी हो गई है। यही नहीं अब तो बिजली की सप्लाई में भी दिक्कतें आ रही हैं।
बता दें कि दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास पुलिस कई सारे बैरिकेड और तार लगा रही है। यही नहीं पुलिस ने कई जगह रास्ते खोदे हैं और वहां कीले बिछा दी हैं। यही नहीं संबंधित इलाकों में इंटरनेट सेवा भी रोक दी गई है। किसानों ने पुलिस के इन कदमों की आलोचना की है।
मालूम हो कि आज लोकसभा में कृषि मंत्री ने कहा कि विपक्ष नारेबाजी कर वक्त बर्बाद न करे। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। तोमर ने कहा कि सरकार किसानों से जुड़े मुद्दों पर संसद के अंदर और बाहर चर्चा करने को तैयार है। तोमर ने कहा कि आज अगर शिकायतों पर चर्चा होती तो चर्चा पूरी हो गई होती। लेकिन सदस्यों ने ध्यान नहीं दिया है। सदन का समय बर्बाद किया जा रहा है।
वहीं, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, “यह गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है कि अगर कानून लागू किया जाता है तो किसानों को अपनी जमीन खोनी पड़ेगी … अगर कोई प्रावधान है जो किसानों की एक इंच भी जमीन उनसे छीनेगा, तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा और राजनीति को हमेशा के लिए छोड़ दूंगा। “