भारत में चुनाव के दौरान ईवीएम को लेकर विपक्षी दल अक्सर आरोप लगाते रहते हैं। विपक्ष की शिकायत रहती है कि ईवीएम से मतदान होने की वजह से निष्पक्षता की कमी रहती है। इस बार भी लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस समेत कई दलों ने ईवीएम में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाकर चर्चा शुरू कर दी है। उन्होंने ईवीएम को ब्लैक बॉक्स बताते हुए कहा कि किसी को भी इसकी जांच करने का इजाजत नहीं है।

कांग्रेस नेता ने एलन मस्क के पोस्ट को किया रिपोस्ट

कांग्रेस नेता ने दुनिया के एक्स के मालिक एलन मस्क की एक पोस्ट को रिपोस्ट किया और एक अंग्रेजी अखबार का हवाला दिया। पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा, “भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स”है, और किसी को भी उसकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही का अभाव होता है तो लोकतंत्र दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की आशंका बढ़ जाती है।”

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में EVM न इस्तेमाल करने की सलाह

मस्क का पोस्ट अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर था। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से नहीं कराने की सलाह दी है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। इसे इंसानों या एआई द्वारा हैक किए जाने का खतरा है, हालांकि ये खतरा कम है, फिर भी बहुत ज्यादा है।”

ईवीएम विवाद के पीछे महाराष्ट्र की घटना भी है। वहां पर कथित तौर पर मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर और उद्धव ठाकरे गुट के अमोल कीर्तिकर के बीच कांटे की टक्कर थी। कीर्तिकर यह सीट केवल 48 वोटों से हार गए। उनकी पार्टी शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट ने नतीजे को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने एक बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर के रिश्तेदार ने अपने फोन से ईवीएम को कनेक्ट कर ओटीपी के जरिए उसको अनलॉक कर दिया और उसमें छेड़छाड़ की।

उन्होंने इस मुद्दे को चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट में ले जाने का ऐलान किया है। उनकी शिकायत पर वनराई पुलिस ने रवीन्द्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पांडिलकर और चुनाव आयोग के एनकोर ऑपरेटर दिनेश गुरव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मोबाइल को फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया है और ईवीएम में छेड़छाड़ मामले की जांच कर रही है।