दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर आज एक बार फिर सुनवाई हुई। ईडी ने याचिका पर विरोध दर्ज कराया और बताया कि वह इस मामले में जल्द ही सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने वाली है। ईडी ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि आम आदमी पार्टी (AAP) को भी मामले में आरोपी बनाया जाएगा और जल्द ही सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की जाएगी।

इस मामले में केवल 17 गिरफ्तारियां होने के बावजूद 250 से ज़्यादा याचिकाएं दायर की गई हैं। हाईकोर्ट के सामने ईडी ने सिसौदिया की जमानत याचिकाओं का विरोध करते हुए कहा कि जांच अधिकारी को लगभग हर दिन अदालत में मौजूद रहना होगा।

कोर्ट में जोरदार बहस

इस मामले पर सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में  जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा कर रहे हैं। मनीष सिसोदिया के वकील दयान कृष्णन ने कोर्ट के सामने कई तर्क पेश किए। दयान कृष्णन ने मुकदमे में देरी को लेकर कई सवाल उठाए। इडी के की ओर से पेश हुए वकील जुहैब हुसैन ने कहा कि इस मामले में ईडी जल्द ही आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाने वाली है और सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दायर करेगी। मनीष सिसोदिया ने देरी पर सवाल उठाए और कहा कि मामले में प्रोग्रेस नहीं हो रही है और बहुत धीमे तरीके से सब किया जा रहा है।

वहीं ईडी के वकील ने जमानत का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को आधार पर बनाया और कहा कि जमानत याचिका जांच गुण दोष के आधार पर की जानी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट से पहले भी खारिज हो चुकी है याचिका

मनीष सिसोदिया पहले भी  सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था। तब मनीष सिसोदिया ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।

सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान इस बात पर भी जोर दिया कि किसी व्यक्ति को अनिश्चित काल तक सलाखों के पीछे नहीं रखा जा सकता है। मनीष सिसोदिया को उम्मीद थी कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ था।