NCP Crisis: भारतीय चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले ही एनसीपी को लेकर एक बड़ा दिया था। इसमें उसने अजित पवार गुट को ही एनसीपी का असली हकदार बताया था, जिसके बाद चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और सिंबल अजित गुट को दे दिया था। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है। अजित पवार और चाचा शरद पवार के बीच दरार बढ़ती हुई नजर आ रही है। इसी क्रम में शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बयान दिया है।
अजित पवार को एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह मिलने और शरद पवार को अपने गुट के लिए नया नाम मिलने पर संजय राउत ने कहा कि चुनाव आयोग, न्यायालय, गृह मंत्रालय तीनों एक ही दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अलावा अन्य पार्टियों को भी देश में रहना चाहिए।
शिव सेना (यूबीटी) सांसद ने बयान में कहा कि आज देश और खासकर महाराष्ट्र के मुसलमान हमारे साथ हैं और कहते हैं कि हम आपके साथ हैं क्योंकि आपके हिंदुत्व से हमारे घर में चूल्हा जलता है और बीजेपी के हिंदुत्व से सदन में चूल्हा जलता है। हम भारत को हिंदू पाकिस्तान या हिंदू ईरान नहीं बनने दे सकते हैं।
शरद पवार का छलका दर्द
शरद पवार ने पार्टी का नाम और सिंबल छीन जाने के चुनाव आयोग के फैसले को हैरान करने वाला बताया। उन्होंने कहा जिसने पार्टी बनाई जो पार्टी का संस्थापक था आयोग ने उसी से पार्टी को छीनकर दूसरे को दे दिया। पवार ने आगे कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। इस फैसले के खिलाफ शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी की विचारधारा बहुत अहम होती है। उसी से लोगों का जुड़ाव होता है। पवार ने कहा कि जनता उनके चुनाव आयोग के फैसले का समर्थन नहीं करेगी।
चुनाव आयोग ने अजित पवार को सौंपा नाम और सिंबल
बता दें कि चुनाव आयोग ने एनसीपी का नाम और चुनावी निशान घड़ी आधिकारिक रूप से अजित पवार गुट को सौंप दिया। इस मामले में तकरीबन 10 बार सुनवाई की गई जिसके बाद आयोग ने यह फैसला दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शरद पवार की पार्टी ने भी नया नाम रख लिया। उनकी पार्टी का नाम एनसीपी शरद चंद्र पवार होगा। चुनाव आयोग ने इस फैसले को मंजूरी भी दे दी थी।