हाल के दिनों में कांग्रेस पार्टी में चल रही आंतरिक लड़ाई और विधानसभा चुनावों में पार्टी की भारी हार की चर्चा अब पार्टी से बाहर भी हो रही है। तमाम राजनीतिक दलों के बीच तो इस पर बातें चल ही रही हैं, टीवी चैनलों पर भी इसको लेकर लगातार बहस जारी है। कई दलों के प्रवक्ता टीवी चैनलों पर कांग्रेस पार्टी को लेकर कमेंट करने लगे हैं।

एबीपी न्यूज चैनल पर ऐंकर रुबिका लियाकत के साथ डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इसका कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि जितना कांग्रेस पार्टी की समस्याओं को लेकर आप लोग परेशान हैं, उतना देश की समस्याओं को लेकर आप लोग बहस करती तो अच्छा होता। कहा कि “जन समस्याओं को छोड़कर लोगों को गुमराह करने का काम रुकना चाहिए, चरण चुंबक बंद होना चाहिए। फेसबुक पर भाजपा का सरोगेट रुकना चाहिए। लेवल प्लेइंग फील पूरी तरह से डिस्टार्ट कर दी गई है और उस पर बाद में प्रहार होता है, वह बंद होना चाहिए। वैमनस्य का माहौल खत्म होना चाहिए।”

इस दौरान उन्होंने ऐंकर रुबिका लियाकत के सवाल का सख्त एतराज करते हुए कहा कि “रुबिका जी, आप जजमेंट पास कर आगे निकल जाती हैं और बदतमीजी करती हैं, गेस्ट को बोलने नहीं देती हैं। इससे बहस करना बेकार है।”

इस पर रुबिका ने कहा कि हमने आपको आईना दिखाया तो हम आप हमें बदतमीज कहने लगीं, हमने आपके सामने सच्चाई रखी तो आप जवाब नहीं देकर हमें जजमेंट देना बताने लगीं। इस दौरान दोनों के बीच जमकर बहस हुई। इस बीच बोलने की कोशिश कर रहे भाजपा प्रवक्ता केके शर्मा अपनी बात रख ही नहीं पा रहे थे।

कांग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह के चलते पार्टी में नेताओं का विद्रोह जैसी स्थिति बनती जा रही है। असंतुष्ट नेता अपनी अलग बैठक कर नेतृत्व को चुनौती दे रहे हैं। बुधवार को जी-23 के कुछ नेताओं ने रात के खाने पर वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर मुलाकात की। इसमें तीन नए लोग भी पहुंचे – अनुभवी नेता मणिशंकर अय्यर, लोकसभा सांसद और पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर, और गुजरात के नेता शंकरसिंह वाघेला, जिन्होंने 2017 में कांग्रेस छोड़ दी थी। वाघेला 2019 में एनसीपी में शामिल हुए, लेकिन पिछले साल छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस में वापसी करना चाहते हैं।