गुजरात की समुद्र सीमा पर पोरबंदर के पास 450 करोड़ की ड्रग्स पकड़े जाने का मामला सामने आया है। एनसीबी, कोस्ट गार्ड और गुजरात एटीएस के साझा ऑपरेशन के तहत यह कार्रवाई हुई है। जानकारी के मुताबिक पकड़े गए 6 तस्कर पाकिस्तानी हैं।
सीक्रेट जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), भारतीय तटरक्षक बल और गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के अधिकारियों ने पाकिस्तानी नागरिकों को उस समय पकड़ लिया जब वे कल रात भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।पिछले 30 दिनों में गुजरात के तट पर जब्त की गई यह दूसरी बड़ी ड्रग्स खेप है।
क्या जानकारी सामने आई है?
इस मामले में ज़्यादा जानकारी साझा करते हुए अधिकारियों मंगलवार को कहा कि 400 करोड़ रुपये की नशीली दवाओं के साथ एक नाव पर सवार छह पाकिस्तानी नागरिकों को गुजरात के पोरबंदर के पास गिरफ्तार किया गया। गुजरात एटीएस के मुताबिक, छह लोग भारतीय नाव का इस्तेमाल कर दिल्ली और पंजाब में प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ऑपरेशन के लिए ATS को बधाई दी और अधिकारियों के लिए 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया। पिछले 30 दिनों में गुजरात के तट पर जब्त की गई यह दूसरी बड़ी ड्रग्स खेप है। कुछ दिन पहले भी गुजरात में सबसे बड़े ड्रग्स तस्करी का भंडाफोड़ हुआ था। पोरबंदर में समुद्री सीमा पर 3300Kg ड्रग्स पकड़ा गया था।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भारतीय नौसेना के साथ मिलकर गुजरात के तट से एक नाव से 3,300 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किया था। तब जब्त किए गए नशीले पदार्थों पर “पाकिस्तान का उत्पादन” लिखा हुआ था और शक जताया गया था कि यह भी पाकिस्तानी तस्कर ही हैं।
इसपर गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी थी और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मादक पदार्थ मुक्त भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप एजेंसियों ने मादक पदार्थ की बड़ी खेप को जब्त करने में सफलता प्राप्त की है।