स्पाइस जेट के विमानों में आ रही लगातार गड़बड़ी के बाद एयरलाइन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पिछले 18 दिनों में तकनीकी खराबी की आठ घटनाओं के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट के खिलाफ सख्त रूख अपनाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीजीसीए ने एयरलाइन से तीन हफ्तों में इस नोटिस का जवाब मांगा है।
डीजीसीए ने कहा है कि स्पाइसजेट एयरलाइन विमान नियम 1937 के तहत सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाएं सुनिश्चित करने में नाकाम रहा है। वहीं, डीजीसीए द्वारा स्पाइसजेट को जारी कारण बताओ नोटिस के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिक्रिया आई है, जिन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि यात्रियों की सुरक्षा में आड़े आने वाली छोटी से छोटी गलती की भी जांच की जाएगी और उसको सही किया जाएगा। वहीं, डीजीसीए के नोटिस में कहा गया है कि घटनाओं के रिव्यू से पता चलता है कि खराब आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण और अपर्याप्त मेंटेनेंस के काम के परिणामस्वरूप सेफ्टी मार्जिन में गिरावट आई है।
स्पाइसजेट पिछले तीन साल से घाटे में चल रही है। एयरलाइन को 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में क्रमशः 316 करोड़ रु, 934 करोड़ रु और 998 करोड़ रु का घाटा हुआ था। पिछले साल सितंबर महीने में डीजीसीए की ओर से स्पाइसजेट कंपनी के बारे में जारी की गई फाइनेंशियल स्टेटमेंट में इस बात का खुलासा किया गया था कि कंपनी कैश एंड कैरी मोड में चल रही है और कंपनी के सप्लायरों एवं वेंडरों को नियमित रूप से भुगतान भी नहीं किया गया है। इससे स्पाइसजेट के पास स्पेयर्स और एमइएल की भी कमी है।
मंगलवार को, स्पाइसजेट के एक विमान में तकनीकी खराबी के कारण उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। कांडला से मुंबई की ओर उड़ान भरने वाले विमान पर क्रूज के दौरान विंडशील्ड का बाहरी हिस्सा टूट गया, जिस वजह से विमान की लैंडिंग करवाई गई। इसके पहले, दिल्ली से दुबई जा रही एक फ्लाइट की पाकिस्तान के कराची में लैंडिंग करवाई गई थी।