शिव सेना प्रमुख दिवंगत बाल ठाकरे की तीसरी पुण्यतिथि पर मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे का भव्य स्मारक बनाने की घोषणा की। फडणवीस ने कहा कि दादर स्थित मेयर के बंगले में यह स्मारक बनेगा। स्मारक के लिए जो सार्वजनिक ट्रस्ट बनाया जाएगा, उसके प्रमुख शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे होंगे और यह भारतीय जनता पार्टी-शिव सेना गठबंधन की सरकार के कार्यकाल में पूरा कर लिया जाएगा।
17 नवंबर 2012 को निधन के बाद ठाकरे का अंतिम संस्कार शिवाजी पार्क में ही किया गया था, जहां 1966 में दशहरे के दिन ठाकरे ने शिव सेना की नींव रखी थी। शिव सेना की स्थापना के पचासवें साल में हुई इस घोषणा से शिव सेना और भाजपा के रिश्ते सामान्य बनने में मदद मिलेगी। सूबे में भाजपा की सरकार शिव सेना के समर्थन से चल रही है मगर दोनों ही दलों में कई बार मतभेद इतने बढ़े कि गठबंधन टूटने की नौबत आ गई थी।
फडणवीस की घोषणा के बाद आभार जताते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवाजी पार्क और मेयर के बंगले पर साहेब का खास प्रेम था। वीर सावरकर और बाला साहेब ठाकरे जैसे दो हिंदू हृदय सम्राटों के स्मारक एक दूसरे के पास होंगे। उन्होंने कहा कि बाला साहेब का स्मारक ऐसा बनाया जाएगा जिस पर सभी को गर्व होगा। उन्होंने कहा कि शिव सेना प्रमुख का व्यक्तित्व, उनके विचार, प्रखर हिंदुत्व, मराठी लोगों के हक की लड़ाई, भूमिपुत्रों का आंदोलन आदि की झलक इस स्मारक में दिखनी चाहिए। हालांकि बाला साहेब के विचारों को किसी खांचे में कैद नहीं किया जा सकता, फिर भी हमारी कोशिश होगी कि इस स्मारक के जरिये हम उनके विचार दुनिया तक पहुंचाएं।
तीन सालों से स्मारक की मांग को देखते हुए सरकार ने बीते साल एक उच्चस्तरीय समिति बनाई थी जिसने प्रस्तावित स्मारक के लिए आठ स्थानों को देखा था। लगभग चार दशकों से मेयर का अधिकृत निवास रहा शिवाजी पार्क के पास का यह बंगला आखिर समिति की पसंद बना और उद्धव ठाकरे ने भी इसे हरी झंडी दे दी। मंगलवार को फडणवीस और ठाकरे ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ठाकरे के स्मारक की घोषणा की। इस मौके पर ठाकरे परिवार, फडणवीस और हजारों शिव सैनिकों ने बाल ठाकरे को श्रद्धांजिल अर्पित की।
फडणवीस ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे के विस्तृत काम का मोल पैसों से नहीं आंका जा सकता। स्मारक के लिए पैसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसकी जिम्मेदारी सरकार की है। इस दौरान सभी नियमों का पालन किया जाएगा। यशवंत राव चव्हाण के स्मारक की ही तरह एक सार्वजनिक ट्रस्ट के तहत यह स्मारक बनाया जाएगा जिसके प्रमुख उद्धव ठाकरे होंगे। ट्रस्ट से राज्य के मुख्य सचिव जुड़े रहेंगे और इसके सदस्यों के चुनाव में भी सरकार उद्धव ठाकरे की मदद लेगी। चूंकि यह बंगला ऐतिहासिक धरोहर है इसलिए इसे गिराए बिना ही स्मारक का निर्माण किया जाएगा।
फडणवीस सरकार अपने एक साल के कार्यकाल में ठाकरे के स्मारक के अलावा दो और स्मारक बनाने की घोषणाएं कर चुकी हैं। बीते महीने 18 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दादर स्थित इंदु मिल में डा. भीमराव आंबेडकर के स्मारक का भूमि पूजन किया था। इस भूमि पूजन का सरकार में शामिल शिव सेना ने बहिष्कार किया था। आंबेडकर के स्मारक पर सरकार 425 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। दूसरी ओर सरकार अरब सागर में छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाने की घोषणा कर चुकी है, जिसके लिए पहले ही एक समिति का गठन किया जा चुका है।
शिव सेना बंगला हड़पना चाहती है : राज ठाकरे
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने महापौर (मेयर) बंगले में शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे का स्मारक बनाने की घोषणा की खुल कर आलोचना करते हुए इसे बंगला हड़पने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि कई लोगों को मुंबई में भूखंड बांटे गए, ऐसे में क्या बाला साहेब के स्मारक के लिए मुंबई में कोई और जगह नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि महापौर का निवास स्थान महापौर के लिए ही होना चाहिए। कल को कोई स्मारक बनाने के लिए राष्ट्रपति भवन की मांग भी कर सकता है। बाला साहेब के नाम पर शिव सेना महापौर के बंगले को हड़पना चाहती है। दादर में म्यूनिसपल क्लब की खाली पड़ी जगह पर बाला साहेब का स्मारक क्यों नहीं बनाते। उन्हें महापौर का बंगला ही स्मारक के लिए क्यों चाहिए, इसका जवाब देना पड़ेगा।