योग गुरु बाबा रामदेव वर्षों से योग के प्रचार प्रसार में लगे हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एबीपी न्यूज के साथ बात करते हुए बाबा रामदेव ने अपने स्लिम ट्रिम होने के राज को बताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 55 साल के हो जाने के बाद भी उनकी आंखों पर चश्मा क्यों नहीं लगा है। बाल अभी भी नहीं झड़े हैं।

एंकर ने उनसे सवाल किया कि लोग जानना चाहते हैं कि आप किस तरह से अपने आप को इतना फिट रखते हैं। रामदेव ने जवाब देते हुए कहा कि मेरी 45 सालों की दिनचर्या है कि मैं सुबह चार बजे उठ जाता हूं। सुबह उठने के बाद, मैं पानी पीता हूं। आंवला,एलोवेरा और गिलोय मेरी दिनचर्या है। इससे मेरे आंखों पर चश्मा नहीं आया। देखो मेरे बाल नहीं झड़े। इससे मेरी उर्जा बनी रहती है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मैंने लगभग 25 साल से आनाज नहीं खाया है।

बाबा रामदेव ने कहा कि मैं कपालभाति के साथ पराठा भाती नहीं करता हूं। मैं फल खा लेता हूं। मैं रात को दही छाछ नहीं खाता हूं। मैं सबको बताना चाहूंगा कि सुबह सबसे अच्छा होता है दही , दोपहर को छाछ और रात को दूध लेना।

बताते चलें कि आज दुनिया भर में सांतवा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान योग दुनिया के लिए ‘‘उम्मीद की किरण’’ और इस मुश्किल समय में आत्मबल का स्रोत बना रहा।

मोदी ने सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और अब दुनिया को ‘एम-योग’ ऐप की शक्ति मिलने जा रही है, जिस पर सामान्य नियमों पर आधारित योग प्रशिक्षण के कई वीडियो दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे। इससे ‘एक विश्व, एक स्वास्थ्य’ का लक्ष्य पूरा होगा।