Delhi Water Wastage Challan: देश में भीषण गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी के बीच दिल्ली के कई इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। दिल्लीवासियों को पानी की भारी किल्लत हो रही है। इसी बीच, अब केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने पानी की बर्बादी पर चालान काटने के संकेत दे दिए हैं। आतिशी ने दिल्लीवासियों से पानी बर्बाद ना करने की भी अपील की है।

दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी ने लोगों से पानी बर्बाद न करने की अपील करते हुए कहा कि अपनी गाड़ियों को खुली पाइपों से ना धोएं। आतिशी ने पानी की बर्बादी करने वालों पर चालान काटने के संकेत देते हुए कहा कि अगर दिल्ली में पानी की बर्बादी होती है तो चालान भी करना पड़ सकता है। मंत्री ने आगे कहा कि गाड़ी धोने के लिए पानी इस्तेमाल करना या टंकी से पानी ओवरफ्लो होने की स्थिति में चालान काटा जाएगा। अगर अपील का असर नहीं होता को अगले एक या दो दिन में चालान काटना शुरू कर सकते हैं।

यमुना के जलस्तर में कितनी कमी

आतिशी ने कहा कि दिल्ली अपनी पानी की सप्लाई के लिए यमुना नदी पर निर्भर है। आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 1 मई को यमुना का जलस्तर 674.5 था। 8 मई यानी एक हफ्ते के अंदर-अंदर यह गिर कर 672 पर आ गया। लगातार पानी का स्तर गिरता रहा। 20 मई तक यह 671 पर आ गया। आज पानी का स्तर 669.83 पर पहुंच गया है। आतिशी ने कहा कि इसी का नतीजा है कि पिछले एक हफ्ते में दिल्ली के कई इलाकों में पानी की बहुत किल्लत बनी हुई है।

आतिशी ने हरियाणा के सिर फोड़ा ठीकरा

1 मई से ही हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी देना कम कर दिया, जिससे यमुना का जलस्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है। जब हरियाणा की तरफ़ से दिल्ली के हिस्से का पर्याप्त पानी नहीं छोड़ा जाता तब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी की कमी हो जाती है और पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। साथ ही, आतिशी ने बताया कि पानी की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली में आज से 2 टाइम की बजाय 1 ही टाइम पानी की सप्लाई की जाएगी। ताकि, दूसरे इलाकों में पानी की सप्लाई की जाएगी।

दिल्ली को कितना पानी चाहिए?

एक डेटा के मुताबिक, दिल्ली की दो करोड़ से ज्यादा आबादी को रोजाना करीब 130 करोड़ गैलन पानी की जरूरत है। दिल्ली के हर एक शख्स को हर दिन अपनी जरूरत के लिए करीब 274 लीटर पानी की जरूरत है। दिल्ली मास्टर प्लान-2041 के तहत, इस जरूरत को 2041 तक घटाकर 189 लीटर रोजाना लेकर आने का लक्ष्य रखा गया है। बाद में इसे 151 प्रति लीटर पर लाया जाएगा। बता दें कि जून 2023 में सीएम केजरीवाल ने दावा किया था कि 2015 में जल बोर्ड हर दिन 85 करोड़ गैलन पानी की सप्लाई करता था और अब इसकी क्षमता करीब 100 करोड़ गैलन पानी की हो गई है।